एसएसपी अभिषेक यादव के अनुसार, कांवड़-यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए अर्धसैनिक बल और उत्तर प्रदेश प्रांतीय सशस्त्र पुलिस कांस्टेबुलरी (यूपी-पीएसी) की टीमों को तीर्थ यात्रा मार्ग पर तैनात किया गया है।
एसएसपी ने कहा कि तीर्थयात्रियों को डूबने से बचाने के लिए गोताखोरों की एक टीम को भी लगाया गया है। कांवड़ यात्रा भगवान शिव के भक्तों (कांवड़ियों) की एक वार्षिक तीर्थ यात्रा है, जो श्रावण महीने के दौरान उत्तराखंड के हरिद्वार, गौमुख और गंगोत्री और बिहार के सुल्तानगंज से पवित्र गंगाजल लेकर उसे शिवलिंग पर चढ़ाते हैं। इस साल यह यात्रा 17 जुलाई से शुरू हुई।