आगराः उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में बुधवार को खाद्य और औषधि विभाग ने एक फर्म पर बड़ी कार्रवाई की है, जो बिना लाइसेंस के तमाम सर्जिकल आइटम बनाने और बेचने का काम करती थी. आगरा के गढ़ी भदौरिया कॉलोनी स्थित एक आवासीय घर में मेडिकेयर हेल्थकेयर नाम की फर्म चल रही थी. बुधवार दोपहर खाद्य और औषधि विभाग ने छापा मारा, तो पता चला कि बिल्डिंग में बड़े स्तर पर सर्जिकल आइटम बनाने का काम जोरों पर चल रहा है. जानकारी मिल रही है कि कई सारे राज्यों में इस फैक्ट्री से बनाए गए आइटम सप्लाई होते हैं.


मेडिकल हेल्थकेयर फर्म पर पड़ा छापा


हेल्थ सेक्टर से जुड़े हुए मेडिकल हेल्थकेयर नाम की इस फर्म के मालिक राजेंद्र कुमार अग्रवाल हैं जो आगरा, नोएडा समेत कई सारे अन्य फर्जी पतों के सहारे ऑनलाइन ट्रेडिंग का भी काम करते हैं. खाद्य और औषधि विभाग की टीम ने जब उनसे ऑनलाइन ट्रेडिंग का लाइसेंस मांगा तो वह इस लाइसेंस को नहीं दिखा पाए. 


इसके साथ ही वेबसाइट पर दी गई कई सारी सूचनाओं को भी गलत पाया गया, जिसको लेकर इस पूरे मामले में खाद्य और औषधि विभाग गहनता से छानबीन कर रहा है और ड्रग इंस्पेक्टर नरेश मोहन दीपक का कहना है इस फर्म के पास किसी भी तरह का कोई लाइसेंस नहीं पाया गया है. ऐसे में इस फर्म के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.


बिना लाइसेंस हो रहा था करोड़ों के सर्जिकल आइटम का निर्माण


नरेश मोहन दीपक के मुताबिक, 'इंटरनेट पर इस फर्म की गलत जानकारियां सार्वजनिक की गई है. ऑनलाइन ट्रेडिंग का कोई भी लाइसेंस नहीं पाया गया है. तमाम पते फर्जी पाए गए हैं. ऐसे में किस आधार पर यह फर्म काम कर रही है. इस बात की पूछताछ की जा रही है.'


वहीं दूसरी तरफ फर्म मालिक राजेंद्र कुमार अग्रवाल का कहना है, 'हम कई सारी महिलाओं को रोजगार दे रहे हैं, जो दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज हैं और मैं यह माल केरल, महाराष्ट्र और गुजरात से मंगाता हूं. इसकी ट्रेडिंग करता हूं. हां यह मेरी गलती है कि मैंने कोई भी लाइसेंस नहीं लिया है लेकिन मेरे जैसे कई सारे लोग बिना लाइसेंस के ही काम कर रहे हैं.'


बहुमंजिला इमारत में चल रहे इस अवैध फर्म के खिलाफ खाद्य और औषधि विभाग कई सारे तथ्यों को पता लगाने में जुट गया है. इसके साथ ही फर्म के मालिक के तार कहां-कहां से जुड़े हुए हैं और कहीं यह भी सर्जिकल आइटम्स की आड़ में अवैध और नशीली दवाओं का गोरखधंधा तो नहीं करता, इस बात का भी पता लगाया जा रहा है.


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