Gorakhpur News: दुधवा टाइगर रिजर्व से गोरखपुर चिड़ियाघर आई 10 माह की बाघिन शावक, पैर और गर्दन किया जा रहा उपचार
UP News: दुधवा टाइगर रिजर्व में 10 माह की बाघिन शावक के पैर और गर्दन में चोट देखते हुए उस गोरखपुर जू भेजा गया है. चोटिल होने का कारण उसको ठीक से खड़ा होने में कठिनाई हो रही थी.
Gorakhpur News: दुधवा टाइगर रिजर्व के मैलानी रेंज में रेलवे लाइन के किनारे एक 10 माह के मादा शावक को चोटिल अवस्था में पाया गया. उसे उपचार के लिए दुधवा टाइगर रिजर्व लाया गया. उसके पैर और गर्दन में चोट को देखते हुए उसे गोरखपुर जू में उपचार के लिए भेजा गया है. गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्लाह प्राणी उद्यान के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि जाने की सूचना प्राप्त हुई. प्राणी विज्ञान के निदेशक विकास यादव ने बताया कि प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव संजय श्रीवास्तव के निर्देश पर वन विभाग एवं पशु चिकित्सकों की टीम ने रेस्क्यू कर इलाज प्रारंभ कर दिया.
रेस्क्यू 10 मई को किया गया. दो दिन तक उसका उपचार स्थानीय स्तर पर किया गया. संतोषजनक परिणाम नहीं आने पर डॉक्टरों की टीम ने उसे प्राणी उद्यान गोरखपुर भेजे जाने की सलाह दी. संजय श्रीवास्तव प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य जीव ने उसे प्राणी उद्यान गोरखपुर भेजे जाने को निर्देशित किया. जिससे जल्द से जल्द उसका अच्छे से ईलाज हो सके और स्वस्थ हो जाए. क्योंकि इसका जल्द उपचार नहीं किया गया तो ये चोट और भी बढ़ सकते है.
क्या बोले पशु चिकित्साधिकारी
गोरखपुर के शहीद अशफाक उल्लाह प्राणी उद्यान के पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि सोमवार सुबह 5 बजे के आसपास दुधवा की टीम डॉ. दीपक के नेतृत्व में रेस्क्यू किया गये शावक को प्राणी उद्यान गोरखपुर में पहुंचा दिया.डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया इस मादा शावक की उम्र लगभग 10 माह है. उसके पिछले पैरों और गर्दन पर चोट है. उसको ठीक से खड़ा होने में कठिनाई हो रही है. ऐसे में उसे पशु चिकित्सालय के वार्ड में रखकर इलाज किया जा रहा है. उसकी स्थिति सामान्य है. उम्मीद है कि बहुत जल्द वो स्वस्थ हो जाएगी.