Bageshwar News: नगरपालिका गठन के सालों बाद भी नहीं हुआ ट्रंचिंग ग्राउंड का निर्माण, सड़क किनारे फेंका जा रहा कूड़ा
बागेश्वर में कूड़ा निस्तारण प्रमुख समस्या बनी हुई है.यहां ट्रंचिंग ग्राउंड नहीं होने से 11 वार्डों का कूड़ा माल्ता मार्ग पर पुलिस लाइन के समीप फेंका जाता है, जिससे लोगों को काफी पेशानी होती है.
बागेश्वर: उत्तराखंड के बागेश्वर में नगरपालिका गठन के बाद से आज तक नगर को ट्रंचिंग ग्राउंड नसीब नहीं हुआ है. नगरपालिका के 11 वार्डों से रोज उठने वाला कूड़ा पुलिस लाइन मार्ग में सड़क किनारे फेंका जा रहा है. अक्सर यहां कूड़े में नियमों को ताक पर रखकर आग लगा दी जाती है. वहीं कूड़े से उठने वाली दुर्गंध और कूड़ा जलने से बनने वाली जहरीली गैस मार्ग से गुजरने वाले दर्जनों गांवों के लोगों के लिए भी परेशानी का कारण बन रही है. वहीं स्थानीय ग्रामीण हमेशा कूड़े में आग को लेकर नगरपालिका के कर्मचारियों पर आरोप लगाते रहते है.
नगर का कूड़ा निस्तारण प्रमुख समस्या रही है
बता दें कि बागेश्वर नगर में 54 साल पहले पहले टाउन एरिया और 1968 में पालिका का गठन हुआ था. पालिका गठन के बाद से नगर का कूड़ा निस्तारण प्रमुख समस्या रही है. वर्तमान में नगरपालिका क्षेत्र में 11 वार्ड हैं. सभी वार्डों से रोजाना 7.5 टन कूड़ा उठाया जाता है. ट्रंचिंग ग्राउंड नहीं होने से कूड़ा माल्ता मार्ग पर पुलिस लाइन के समीप सड़क किनारे फेंका जाता है. शुरु में मालता के ग्रामीणों ने सड़क किनारे कूड़ा निस्तारित किए जाने का विरोध भी किया था. बावजूद इसके अब तक कूड़ा सड़क किनारे ही फेंका जाता आ रहा है. अक्सर कूड़े के ढेर को आग के हवाले कर दिया जाता है. कूड़ा जलने से उठने वाला धुंआ और गैस क्षेत्र के लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है. वही पास में पुलिस लाइन में रह रहे कर्मचारी भी इसकी दुर्गंध और ज़हरीली गैस से परेशान रहते है.
ट्रंचिंग ग्राउंड के निर्माण के लिए पालिका कर रही कवायद- ईओ
वही नगरपालिका के इओ सतीश कुमार ने कहा कि राहगीर और अराजक तत्व अक्सर कूड़े के ढेर में आग लगा देते हैं. पालिका के कर्मचारी समय-समय पर कूड़े में पानी छिड़काव कर आग बुझाते हैं. ट्रंचिंग ग्राउंड के निर्माण के लिए पालिका लंबे समय से कवायद कर रही है. पूर्व में नीलेश्वर की पहाड़ी के समीप ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए जमीन चयनित की गई थी, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई. कई अन्य स्थानों पर जमीन खोजने के बाद जिला प्रशासन ने अब बिलौना-पगना मोटर मार्ग पर ट्रंचिंग ग्राउंड के लिए भूमि का चयन किया है. इस स्थान पर भी जमीन चयन का पगना के ग्रामीण विरोध कर चुके हैं. फिलहाल ट्रंचिंग ग्राउंड बनाने की योजना कागजों पर ही है, इसे धरातल में उतारने में वक्त लग सकता है. पूर्व में चयनित जमीन को पगना में चयनित जमीन में परिवर्तित करने की शासन से अनुमति मांगी है. ट्रंचिंग ग्राउंड निर्माण के लिए पूर्व में बनाई गई 3.54 करोड़ रुपये की डीपीआर में कोई संसोधन नहीं होना है. पालिका के पास 1.39 करोड़ रुपये का बजट उपलब्ध है.एस्टीमेट और आर्किटेक्ट के लिए निविदा लगा दी गई हैं.
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