UP Nikay Chunav 2023: यूपी के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Deputy CM Brajesh Pathak) आज देवरिया (Devariya) शहर पहुंचे. जहां नगर निकाय के चुनावी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम(Deputy CM) का तमाम बीजेपी कार्यकर्ताओं ने फूल माला पहनाकर जोरदार स्वागत किया. इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ मौजूद रही. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर तंज कसा. 

वहीं डिप्टी सीएम ने मंच से जन सभा को संबोधित करते हुए कहा कि "दुनिया के पैमाने पर आज भारत की चर्चा मोदी जी के नेतृत्व में है. भारत ने ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. हम साल 2047 तक तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्थाओ को पछाड़ देंगे. आज प्रदेश नंबर वन पर है और यह संभव तब हो हो पाएगा जब आप ट्रिपल इंजन की सरकार लगातार प्रदान करेंगे. देवरिया से सभी नगर पंचायतों के हमारे अध्यक्ष पद के प्रत्याशियों और सभासदों को कमल चुनाव चिन्ह का बटन दबाकर आप जिताएंगे तभी सभी योजनाओं को हम धरातल पर उतार पाएंगे. "

 

उन्होंने भरोसा दिलाते हुए कहा कि "देवरिया से हमारा घर-घर जुड़ाव है. यहां सब नेता जानते हैं कि देवरिया हमारा परिवार है. देवरिया को पूरे प्रदेश में नंबर वन जिला बनाने का काम हमारी सरकार करने जा रही है. नगरों को चतुर्थी विकास की ओर ले जाने का काम करेगी. आज आपसे अपील करने आया हूं, आप हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम इकट्ठा होकर के एक-एक वोट कमल चुनाव चिन्ह के सामने बटन दबाकर हमारे सभी पार्षदों को जीता करके इतिहास रचेंगे."

 

डिप्टी सीएम ने विपक्ष पर जमकर कसा तंज


विपक्ष पर तंज कसते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि "आप सबको पता होगा कि प्रदेश में कोई गुंडा माफिया नहीं दिखता है. देवरिया की सड़क हो, लखनऊ की सड़क हो चाहे कानपुर की हो चाहे प्रदेश का कोई भी जिला हो एक-एक गाड़ी में दस-दस राइफल भर के चलते थे और किसी का भी कत्ल कर देते थे. रजिस्टर्ड माफिया गिरोह उत्तर प्रदेश में थे. आज मैं दावे से कह सकता हूं कि उत्तर प्रदेश में कोई भी माफिया सक्रिय नहीं है या तो वह जेल में है या तो प्रदेश के बाहर है.  कोई मकान प्लॉट चौराहे पर पड़ा है तो समाजवादी पार्टी के लोग नारा लगाते थे- खाली प्लॉट हमारा है और  झंडा लगाकर कब्जा कर लेते थे. उन्होंने आगे कहा कि "आप जाकर के देखिए अपहरण को वहां पकड़ बोलते हैं.  व्यापारी के बच्चों को और उद्योग लगाने वाले के बच्चों को उठाकर ले जाते थे और सरकार में बैठे मंत्री अपहरणकर्ताओं के समर्थन में थाने में फोन करके उनको छुड़वाने का काम करते थे.