Prayagraj News: देश के दूसरे हिस्सों की तरह संगम नगरी प्रयागराज में भी दुर्गा पूजा की धूम है. यहां इस बार दुर्गा पूजा के पंडाल अलग-अलग थीम पर तैयार किए गए हैं. किसी पंडाल को अयोध्या में तैयार हो रहे रामलला के भव्य मंदिर और चंद्रयान थ्री की थीम पर पूजा पंडाल बनाया गया है. इसके अलावा केदारनाथ धाम और रामेश्वरम मंदिर की थीम पर भी पूजा पंडाल सजाए गए हैं. प्रयागराज में इस बार शीश महल और पल्लव महल भी पूजा पंडालों में नजर आ रहा है. एक पंडाल को कोलकाता के चर्चित इस्कॉन मंदिर का स्वरूप भी दिया गया है. हालांकि यहां अलग-अलग थीम पर तैयार किए गए तकरीबन ढाई सौ पंडालों में अयोध्या के रामलला के मंदिर और चंद्रयान 3 की थीम पर तैयार किया गया पंडाल लोगों के बीच सबसे ज्यादा पसंद किया जा रहा है.


अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर अभी भले ही तैयार ना हो पाया हो, लेकिन संगम नगरी प्रयागराज के राजरूपपुर इलाके की बारवारी ने अपने दुर्गा पूजा पंडाल के जरिए भगवान राम के भक्तों को पहले ही रामलला के मंदिर की झलक दिखला दी है. पंडाल को इस बार रामलला के निर्माणाधीन मंदिर की थीम पर तैयार किया गया है. राम मंदिर की थीम पर तैयार होने की वजह से राजरूपपुर का पंडाल इस बार श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. आयोजन समिति से जुड़े हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकील अरुण गुप्ता के मुताबिक इसकी तैयारी कई महीने पहले शुरू कर दी गई थी. श्रद्धालुओ को यहां भगवान राम और देवी दुर्गा दोनों का ही आशीर्वाद मिल पा रहा है.


चंद्रयान-3 की थीम पर बना दुर्गा पूजा पंडाल


शहर के प्रीतम नगर इलाके के दुर्गा पूजा पंडाल में इस बार विज्ञान और अध्यात्म का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है. यहां के पंडाल को इस बार चंद्रयान-3 की थीम पर तैयार किया गया है. चंद्रयान-3 की कामयाबी को इस पंडाल में खूबसूरती के साथ दिखाया गया है. पंडाल का बाहरी लुक बिल्कुल उसी अंदाज में तैयार किया गया है, जिस तरीके का नजारा चंद्रयान 3 की लांचिंग के दौरान इसरो के लॉन्चिंग स्टेशन में देखने को मिला था. यहां स्थापित की गई देवी मां की मूर्ति भी खासी आकर्षक और अलग है. इस पंडाल में पूरे दिन देवी गीतों के साथ ही देशभक्ति के गीत भी गूंजते सुनाई देते हैं.


शीश महल की तर्ज पर तैयार हुआ पंडाल 


इसी तरह से शहर के दरभंगा इलाके की बारवारी ने अपने पंडाल को शीश महल का लुक दिया है. इस शीश महल में तमाम जगहों पर ओरिजिनल कांच का इस्तेमाल किया गया है. इस पंडाल को जयपुर के आमेर में स्थित शीश महल की तर्ज पर तैयार किया गया है. दर्जनों कारीगरों ने तकरीबन डेढ़ महीने की मेहनत के बाद इस शीश महल को तैयार किया है. अपनी खूबसूरती की वजह से यह पंडाल लोगों के बीच खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु शीश महल को देखने के लिए आते हैं. जो भी इस पंडाल को देखता है, वह इसे निहारता ही रह जाता है और अपनी नजरें नहीं हटा पाता है.


रामेश्वरम मंदिर की थीम पर बना दुर्गा पूजा पंडाल 


इसी तरह से कीडगंज इलाके के दुर्गा पूजा पंडाल को तमिलनाडु के रामेश्वरम मंदिर की थीम पर तैयार किया गया है तो वही कर्नलगंज इलाके के पंडाल को उत्तराखंड के चार धाम में शामिल केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर. अल्लापुर इलाके में होगला के पत्तों से खास तौर पर तैयार किया गया पल्लव महल भी लोगों को खूब पसंद आ रहा है. नेता नगर इलाके में कोलकाता के प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर को बनाया गया है. प्रयागराज शहर में इस बार तकरीबन ढाई सौ जगह पर दुर्गा पंडाल सजाए गए हैं. इन पंडालो में पूरे दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम चलते हैं और रोजाना हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए आते हैं.


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