बैलेट के दौर में जब पंच लाइट में बना था चुनावी जीत का जश्न
आज के समय में चुनाव जीतने के बाद इस जीत का जश्न मनाने में भी खूब खर्चा होता है, लेकिन सियासत का एक दौर ऐसा भी था, जब पंचलाइट में जीत का जश्न मनाया गया था।
लखनऊ, एबीपी गंगा। चुनावी यादों की फेहरिस्त में आज अतीत का ये किस्सा 1977 के लोकसभा चुनाव से जुड़ा हुआ है। 1977 के लोकसभा चुनाव में देवरिया से सोशलिस्ट पार्टी व जनता पार्टी के प्रत्याशी उग्रसेन सिंह ने कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे विश्वनाथ राय का विजय रथ रोका था। उनकी इस जीत का जश्न पंच लाइट की रोशनी में मनाया गया था।
कांग्रेस के विश्वनाथ राय 1952 से लगातार यहां से सांसद थे, लेकिन जेपी मूवमेंट का ही असर था कि उग्रसेन सिंह ने लगातार जीतते आ रहे विश्वनाथ राय का विजय रथ रोक। वो बैलेट का दौर था, लिहाजा मतगणना में काफी वक्त लग गया।
रात करीब सवा दस बजे जैसे ही परिणा की घोषणा हुई कि उग्रसेन सिंह के समर्थक खुशी से घूम उठे। कोई भी घर जाने का इच्छुक नहीं था, हर कोई अपने नेता की एक झलक देखना चाहता था। जीत की खुशी उग्रसेन के विजय जुलूस में साफ नजर आ रही थी। जैसे ही उग्रसेना पार्टी कार्यालय की छत पर समर्थकों को संबोधित करने पहुंचे, वैसे ही बिजली गुल हो गई। बिजली के यूं अचानक चले जाने के बावजूद किसी का जोश कम नहीं हुआ। पंचलाइट (पैट्रोमक्स) की रोशनी में उग्रसेन ने छत से समर्थकों को संबोधित किया।