देहरादून. इस बार देहरादून में दशहरे के भव्य कार्यक्रम पर भी कोरोना का साया है. ऐसे में पहली बार 75 साल पुरानी परंपरा टूटेगी. परेड ग्राउंड में मनाये जाने वाला दशहरा कार्यक्रम इस बार नहीं होगा. कोरोना संक्रमण को देखते हुए सांकेतिक रूप से दशहरा इस बार मनाया जायएगा. देहरादून के लोग इस बार दशहरे के भव्य आयोजन का दीदार नहीं कर सकेंगे.


सांकेतिक दशहरा मनाया जाएगा


भले ही उत्तराखंड में कोरोना के मामले कुछ दिनों से आने कम हुए हों लेकिन संक्रमण का ख़तरा बरक़रार है. यही वजह है कि इस बार देहरादून के परेड मैदान में होने वाला दशहरा कर्यक्रम स्थगित किया गया है. बन्नू बिरादरी के लोग जो वर्षों से इस परंपरा को मनाते आ रहे हैं इस बार सांकेतिक रूप से दशहरा मनायेंगे.


वर्षों की परंपरा टूट जाएगी


देहरादून के परेड मैदान में दशहरे से पहले तैयारियां तेज़ हो जाती थीं, पूरा देहरादून शहर रावण, मेघनाथ और कुम्भकर्ण के पुतले दहन को देखने के लिए परेड मैदान में एकत्रित होता था. दुकानें सजती थी, और हज़ारों की भीड़ उमड़ती थी. भले ही सरकार ने त्यौहारों के आयोजन के लिए शर्तों के साथ छूट दे दी हो लेकिन दशहरा जैसा बड़ा कार्यक्रम सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करना आसान नहीं होगा और यही वजह है कि इस बार इस कार्यक्रम को रद्द किया गया है.


यानी कि साफ है कोरोना संक्रमण के चलते इस बार वर्षों की एक परंपरा टूटेगी. हालांकि सांकेतिक तौर पर परंपरा का निर्वहन ज़रूर किया जाएगा.