कोरोना महामारी ने पूरे देश को प्रभावित किया है. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड भी इससे अछूते नहीं हैं. एबीपी गंगा के मंच पर 'कोरोना काल का कर्मयोग' e-कॉन्क्लेव में राजनेताओं से लेकर स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी बात रखी साथ ही ये भी बताया कि कोरोना के निपटने के लिए किस तरह के प्रयास किए गए हैं. 


5 गुना कम हुए हैं संक्रमण के मामले 
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि राज्य में कोरोना की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्य किए गए हैं और संक्रमण के मामले 5 गुना कम हुए हैं. हरक सिंह रावत ने कहा कि कोरोना कर्फ्यू की वजह से लाभ मिला है और कोरोना के मामले तेजी सेकम हुए हैं. उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी आपदा आने वाली है इसका अंदाजा किसी को नहीं था.


सुधर रहे हैं हालात 
हरक सिंह रावत ने कहा कि इतनी बड़ी आपदा आई कि तैयारियैं अधूरी रह गईं. लेकिन, अब धीरे-धीरे हालात में सुधार हो रहा है. पहाड़ों पर इलाज देने के लिए खास तैयारी की जा रही है. उन्होंने कहा कि सरकार पहले सोचती थी कि कोरोना कर्फ्यू ना लगाना पड़े. लेकिन मजबूरी में हमें कोरोना कर्फ्यू लगाना पड़ा. अभी भी उत्तराखंड में दो हजार से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. लेकिन जब तक नए मामले आने की संख्या कम नहीं होती है तब तक कर्फ्यू जारी रहेगा.


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