Kedarnath Dham: ई पास की अनिवार्यता (E-pass) से हजारों की संख्या में यात्री केदारनाथ (Kedarnath) नहीं जा पा रहे हैं. पुलिस की ओर से बिना ई पास वाले यात्रियों को जगह-जगह रोका जा रहा है और उन्हें वापस भेजा जा रहा है. पुलिस और प्रशासन के सामने देश के विभिन्न कोनों से आये यात्री केदारनाथ जाने की मिन्नतें कर रहे हैं और रो-रोकर गिड़गिड़ाते हुए धाम में जाने की जिद कर रहे हैं, लेकिन सरकार की गाइड लाइन का पालन करते हुए पुलिस उन्हें जाने नहीं दे रही है. शनिवार को जब सैकड़ों यात्रियों को केदारनाथ नहीं जाने दिया तो यात्रियों ने स्थानीय जनता के साथ मिलकर केदारनाथ हाईवे के कुंड में चक्काजाम लगा दिया. लगभग चार घंटे तक हाईवे पर जाम लगा रहा. इस बीच हजारों की संख्या में यात्री और स्थानीय लोग जाम में फंसे रहे.
ई-पास बना यात्रियों के लिए मुसीबत
भले ही हाईकोर्ट के निर्णय के बाद उत्तराखण्ड सरकार ने चारधाम यात्रा को खोल दिया है, लेकिन यात्रा खोलने का लाभ हजारों तीर्थयात्रियों को नहीं मिल पा रहा है. हाईकोर्ट के निर्णय के अनुसार एक दिन में आठ सौ तीर्थ यात्री ही केदारनाथ जा सकते हैं और इन आठ सौ तीर्थ यात्रियों के पास ई पास होना जरूरी है. ई पास पहले ही 15 अक्टूबर तक फुल हो चुके हैं. ऐसे में हजारों की संख्या में यात्रियों को ई पास नहीं मिल पा रहे हैं और यात्री बाबा केदार के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं. गुजरात, कर्नाटक, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र सहित अन्य राज्यों से हजारों की संख्या में तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शनों के लिये पहुंच रहे हैं, लेकिन ई पास न होने के कारण यात्रियों को जगह-जगह रोका जा रहा है और उन्हें वापस भेजा जा रहा है.
पुलिस प्रशासन के सामने गिड़गिड़ा रहे हैं यात्री
यात्री प्रशासन और पुलिस के सामने केदारनाथ जाने को लेकर रो-रोकर गुहार लगा रहे हैं, मगर उनकी एक नहीं सुनी जा रही है और उन्हें वापस लौटाया जा रहा है. हजारों की संख्या में यात्री कई दिनों तक केदारनाथ धाम जाने के लिये इंतजार कर रहे हैं और दर-दर भी भटक रहे हैं, बावजूद इसके यात्रियों की नहीं सुनी जा रही है और उन्हें बिना दर्शन कराये ही वापस भेजा जा रहा है.
यात्रियों ने किया हाईवे जाम
शनिवार को केदारनाथ हाईवे पर यात्रियों ने स्थानीय जनता के साथ मिलकर केदारनाथ हाईवे को जाम कर दिया. इस बीच यात्री केदारनाथ धाम जाने की जिद पर अड़े रहे. हाईवे पर चार घंटे से अधिक समय तक जाम लगा रहा. हजारों यात्री और स्थानीय जनता जाम में फंसी रही और हाईवे पर दोनों छोरों से वाहनों की लंबी कतारे लग गई. यात्री भी बीच हाईवे पर जाम में बैठ गये. यात्रियों का कहना था कि, वह हजारों रुपये खर्च करके केदारनाथ के दर्शनों के लिये आये हैं, लेकिन उन्हें दर्शन कराने के बजाय वापस भेजा जा रहा है. वहीं, जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवाड़ी ने कहा कि, ई पास की अनिवार्यता समाप्त होनी चाहिये. इससे अच्छा होता कि सरकार यात्रा ही नहीं खोलती. ई पास के नाम पर यात्रियों और स्थानीय व्यवसायियों का शोषण किया जा रहा है. सरकार को पूरी तरह से केदारनाथ धाम की यात्रा खोलनी चाहिये.
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