ई-श्रम कार्ड योजना: ई-श्रम (e-shram) योजना के तहत असंगठित क्षेत्र में काम रहे श्रमिकों के डेटाबेस को बनाए रखने के लिए ई श्रम पोर्टल शुरू किया गया था. जिसका उद्देश्य ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने वाले असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले कामगारों को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ सीधा पहुंचे. इस योजना की शुरुआत भारत सरकार के श्रम मंत्रालय ने अगस्त 2021 में ई-श्रम पोर्टल लॉन्च के जरिये किया था. इस सुविधा का लाभ किसी भी निर्माण क्षेत्र में काम कर रहे दिहाड़ी मजदूर, प्लम्बर, इलेक्ट्रिक, निर्माण स्थल पर चौकीदारी करने वाले श्रमिक पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराकर इसका लाभ ले सकते हैं.
वहीं उत्तर प्रदेश में जिन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन 31 दिसंबर से पहले करवा लिया था, उनको प्रदेश उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्टर्ड लोगों के बैंक खाते में हर महीने पांच सौ रूपए के हिसाब से दो महीने का एक हजार रुपए ट्रांसफर कर चुकी है.
देश में बढ़ते कोरोना के प्रकोप से आर्थिक मंदी में जूझ रहे श्रमिक वर्ग के प्रदेश के नागरिकों को इससे सीधा फायेदा पहुंचेगा. इससे करीब दो करोड़ श्रमिकों को सीधे तौर पर मिला है.
ई-श्रम (e-shram) पोर्टल पर तेजी से बढ़ा है रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा
सरकार के जरिये दी जा रही कई योजनाओं और उत्तर प्रदेश सरकार के जरिये दी गई मासिक भत्ते के बाद, इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है. केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में पूरे देश से पोर्टल पर कुल 37 लाख 23 हजार 639 लोगों रजिस्ट्रेशन करवाया. मिले कुल आवेदनों में से 52.83 फ़ीसदी महिलाएं हैं, वहीं 47.17 फीसद पुरुषों ने भी इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करवाया है.
असंगठित क्षेत्र के करीब 19 करोड़ 98 लाख 52 हजार 744 मजदूर ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. जिसमें ओबीसी के 45.29 फ़ीसदी, एससी के 21.98 फ़ीसदी, एसटी के 6.93 फ़ीसदी श्रमिक ई-श्रम कार्ड बनवा चुके हैं. वहीं अकेले उत्तर प्रदेश में यह आंकड़ा 7 करोड़ 27 लाख 71 हजार 500 लोगों ने इस योजना के तहत अपना रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं. जबकि पूरे देश से 15.50 करोड़ मजदूर रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं.
E-Shram कार्ड के यह हैं फायदे
- ई-श्रम पोर्टल पर रजिस्टर्ड मजदूरों को सरकार की ओर से 2 लाख रुपये तक का दुर्घटना बीमा, भविष्य में पेंशन की सुविधा, महंगे इलाज में आर्थिक सहायता, घर बनाने के लिए धनराशि, बच्चों की पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद, कौशल उन्नयन के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी.
- इसके अलावा आने वाले समय में सरकार की ओर से श्रमिकों के लिए लाई जाने वाली किसी भी सुविधा का सीधा लाभ मिल सकेगा. इतना ही नहीं मातृत्व लाभ के तहत अगर कोई गर्भवती महिला कर्मचारी काम करने में असमर्थ है तो उसका और उसके बच्चों के भरण-पोषण और रखरखाव के लिए सरकार पूरा इंतजाम करेगी.
रजिस्ट्रेशन के लिए इन दस्तावेजों की होगी जरुरत
रजिस्ट्रेशन के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज देना अनिवार्य है. जैसे बैंक अकाउंट नंबर, आधार नंबर, आधार से लिंक मोबाइल नंबर की आवश्यकता होगी. इसके तहत रजिस्टर्ड उपयोगकर्ता श्रमिकों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) के तहत ही नामांकित (enrolled) किया जाएगा.
ई-श्रम (e-shram) पोर्टल पर ऐसे करें रजिस्ट्रेशन
- सबसे पहले ई-श्रम की ऑफिशियल वेबसाइट http://www.eshram.gov.in/ पर जायें.
- इसके बाद होम पेज पर ‘Register on e-SHRAM’ लिंक पर क्लिक करें.
- अगर आप चाहें तो इस https://regiser.eshram.gov.in/#/user/self के जरिये सीधे खोल सकते हैं.
- इसके बाद खुद से रजिस्ट्रेशन के दौरान उपयोगकर्ता को आधार से लिंक मोबाइल नंबर डालना होगा.
- कैप्चा दर्ज करें और दिए हुए विकल्पों जैसे EPFO या ESIC के सदस्य हैं नहीं दर्ज करें, और अपना ओटीपी भेजें.
- अगले चरण में उपयोगकर्ता को जरुर सूचनाओं के साथ अपने बैंक खाते को सावधानीपूर्वक दर्ज करें.
किसी भी प्रकार की समस्या के लिए यहां से होगा निदान
देश के किसी भी हिस्से में असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले कामगार को अगर सेल्फ रजिस्ट्रेशन के दौरान किसी भी तरह की परेशानी आती है, तो श्रमिक इस टोल फ्री नंबर 14434 पर कॉल कर सकते हैं. इससे तुरंत आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा और आप सेल्फ रजिस्ट्रेशन भी आसानी से कर सकते हैं. बस इस बात का ध्यान रखें कि पंजीकरण के दौरान सभी जरूरी दस्तावेज अपने पास पहले ही निकालकर रख लें.
यह हेल्पडेस्क श्रमिकों के लिए हफ्ते में छः दिन यानि सोमवार (Monday) से लेकर शनिवार (Saturday) तक ही उपलब्ध होगा. अगर रविवार को आप यहां से हेल्प मांगने की कोशिश करेंगे, तो मुमकिन नहीं हो पाएगा.
भाषा नहीं बनेगी रोड़ा
ई-श्रम हेल्पडेस्क श्रमिकों को 9 भाषाओं में सहायता उपलब्ध कराता है, यानी की आपको मदद के लिए केवल इंग्लिश आनी जरूरी नहीं है. 9 भाषाओं में जिसमें भी आपको बात करने में आसानी होगी, आप उस भाषा में बात कर मदद ले सकते हैं.
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