Earthquake in Uttarakhand: उत्तराखंड (Uttarakhand) में इस हफ्ते में दो बार भूकंप आया चुका है. इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR), यूपी, बिहार (Bihar), झारखंड (Jharkhand) और उत्तर भारत के कई अन्य राज्यों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. अब बीते दिनों से लगातार आ रहे भूकंप के इन झटकों को लेकर आईआईटी रुड़की (IIT–Roorkee) के वैज्ञानिक एमएल शर्मा ने बड़ा बयान दिया है.
वैज्ञानिक एमएल शर्मा ने कहा है कि हिमालय में ऐसे भूकंप आते हैं और आते रहेंगे. पिछले कुछ दिनों में मैग्नीट्यूड बढ़ा है. इस वजह से बार-बार आ रहे भूकंप से हमको सीखते रहना पड़ेगा. ऐसे बहुत सारे मकान हैं, जो भूकंप में झेल नहीं पाएंगे. सरकार को अपनी उत्सुकता दिखानी पड़ेगी. उन्होंने कहा कि अर्थ में प्लेटस मूव कर रही है. इंडियन प्लेट दो सेमी के हिसाब से नार्थ ईस्ट में मूव कर रही है.
उन्होंने कहा कि इसलिए छोटे-छोटे भूकंप से फिर भी घबराने की जरूरत नहींं है, लेकिन हम लोगों को बार-बार आ रहे भूकंप से सावधान रहने की जरूरत है.
लखनऊ और दिल्ली एनसीआर में महसूस किए गए भूकंप के झटके
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत कई हिस्सों में शनिवार रात भूकंप के झटके महसूस किए गए. यह भूकंप रिएक्टर पैमाने पर 5.4 का था. भूकंप का केंद्र उत्तराखंड में जोशीमठ से 212 किलोमीटर दक्षिणपूर्व नेपाल में था. राज्य सरकार के अधिकारियों ने कहा कि बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली में भी रात करीब 7:55 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. लखनऊ और आसपास के जिलों में हल्के झटके महसूस किए गए.
इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर में ये भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटके इतने तेज थे कि लोग घरों से बाहर निकलकर भागने लगे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भूकंप के झटके दिल्ली-एनसीआर में फरीदाबाद, गुरुग्राम, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़ में भी झटके महसूस हुए. इससे पहले नौ नवंबर को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. जबकि शनिवार की शाम करीब 4.25 बजे उत्तराखंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.