UP News: कानपुर आईआईटी के प्रोफेसर (Kanpur IIT professor) ने नेपाल में आए भूकंप (Earthquake) को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने इस भूकंप को बड़े खतरे की निशानी बताया है. 3 नवंबर शुक्रवार की रात नेपाल में आए भूकंप ने भारी तबाही मचाई है. 6.4 तीव्रता के भूकंप के झटके नेपाल के साथ साथ उत्तर प्रदेश समेत बिहार में भी महसूस किए गए. जिसको लेकर आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर ने एक जगह भूकंप आने को लेकर चिंता जताई है. 


एक ही जगह पर भूकंप आना चिंता जनक
आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर  कानपुर आईआईटी के प्रोफेसर जावेद मलिक ने एक ही जगह पर भूकंप आने को चिंताजनक बताया है. उन्होंने आशंका जताते हुए कहा है कि कम मेग्नीट्यूड के ज्यादा भूकंप आना एक बड़े भूकंप की निशानी हो सकता है .उन्होंने बताया कि नेपाल की तरह भारत का उत्तराखंड जोन भी एक्टिव है. इस जोन में भी भूकंप आने की है भारी संभावना है. नेपाल में आने वाला भूकंप पश्चिम की तरफ बढ़ रहा है ,और अगर ये पश्चिम की ओर बढ़ता हैं तो इसका प्रभाव उत्तराखंड पर भी आएगा. ऐसे में भविष्य में एक बड़े भूकंप की संभावना उत्तराखंड में काफी बढ़ जाती है .


प्रो जावेद ने बताया कि आईआईटी कानपुर की टीम ने ऐसी जगहों को चिन्हित किया है जहां भविष्य में प्लेट्स खिसक सकती हैं. इस डाटा को इस्तेमाल कर यह पता लगेगा कि किन जगहों पर भारी कंस्ट्रक्शन और प्रोजेक्ट्स नहीं लाने हैं ताकि भूकंप की संभावना के बाद बड़े नुकसान से बचा जा सके. उन्होंने बताया कि एक शोध से यह भी सामने आया है की मानसून के समय क्रैक्स में जब पानी जाता है तो उसे जो पानी का दबाव बनता है उसकी वजह से भूकंप की संभावना बढ़ती जा रही है. आईआईटी में एक प्रोजेक्ट के जरिए फॉल्ट लाइंस चिन्हित की है जहां भूकंप आने की संभावना है .रिसर्च से पता चलेगा की कितनी मेग्नीट्यूड का भूकंप आ सकता है . उन्होंने बताया कि ये एक प्राकृतिक आपदा है. लेकिन आने वाले समय में भूकंप के झटके उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों में भी महसूस किए जाएंगे .जिसके लिए सभी को तैयार रहना चाहिए.


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