Ghaziabad Latest News: भ्रष्टाचार के कथित आरोप में फंसे प्रवर्तन निदेशालसय (ED) के अधिकारी अलोक रंजन का शव 18 अगस्त को गाजियाबाद के रेलवे ट्रैक पर मिला था. अलोक रंजन पर सीबीआई (CBI) ने मुकदमा दर्ज किया था. भ्रष्टाचार के मामले में उनके खिलाफ जांच चल रही थी. घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.


जानकारी के मुताबिक यह घटना गाजियाबाद रेलवे स्टेशन की है, जहां 18 अगस्त को एक सिर कटी लाश मिलने से सनसनी फैल गई. पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर शव का पंचनामा किया और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बताया गया कि सीबीआई जांच के बाद आलोक रंजन काफी परेशान चल रहे थे. इसी महीने 07 अगस्त को ईडी के एक अधिकारी संदीप सिंह को 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए दिल्ली के लाजपत नगर से सीबीआई ने गिरफ्तार किया था. 


सीबीआई ने  FIR में आलोक रंजन के नाम का किया था जिक्र
CBI से मुंबई के एक ज्वैलर ने शिकायत कर बताया था कि कुछ महीने पहले उसके यहां ED की रेड पड़ी थी. इस रेड के बाद ED ने उसके बेटे से पूछताछ की थी. चूंकि ED बेटे को गिरफ्तार कर सकती थी तो सहायक निदेशक संदीप सिंह ने बेटे को गिरफ्तार नहीं करने के एवज में 50 लाख रुपए की मांग की थी. जिसे 20 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया जिस ज्वेलर के यहां रेड की थी संदीप सिंह भी उस टीम का हिस्सा थे. इसके बाद CBI ने जब घूस लेने को लेकर संदीप सिंह से पूछताछ शुरू की तो आलोक कुमार रंजन का नाम भी सामने आया. CBI ने अपनी FIR में आलोक रंजन के नाम का भी जिक्र किया. आलोक रंजन इसी बात से परेशान चल रहे थे. ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है कार्रवाई के डर से उन्होंने आत्महत्या की है.


इस मामले में सीओ जीआरपी सुदेश कुमार गुप्ता ने बताया कि मृतक की पहचान आलोक कुमार रंजन के रूप में हुई है. उनकी जेब से मिले ड्राइविंग लाइसेंस से पता चला कि वह दिल्ली के निवासी थे.पुलिस ने मृतक के परिवार से संपर्क किया, जिन्होंने पुष्टि की कि आलोक घर से बाहर गए थे, लेकिन फिलहाल परिवार इस मानसिक स्थिति में नहीं है कि उनसे अधिक जानकारी ली जा सके. 18 अगस्त को गौशाला फाटक के पास रेलवे ट्रैक पर आलोक रंजन का सिर और धड़ अलग मिला था. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.


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