ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कोल्डप्ले और दिलजीत दोसांझ के दिलुमिनाती संगीत समारोहों के टिकटों की अवैध बिक्री के संबंध में दिल्ली, मुंबई, जयपुर, चंडीगढ़, बैंगलोर समेत 5 राज्यों के 13 ठिकानों पर छापेमारी की.  ईडी के मुताबिक भारत भर के संगीत प्रेमियों के लिए दो बड़े संगीत कार्यक्रम आयोजित किए जाने कि घोषणा हुई जिसमें दिलजीत दोसांझ का "दिलुमिनाती" और कोल्डप्ले का "म्यूजिक ऑफ द स्फीयर्स वर्ल्ड टूर' दोनों कार्यक्रमों को लेकर संगीत प्रेमियों में काफी उत्साह था.


लाइव म्यूजिक कॉन्सर्ट का म्यूजिक प्रेमियों मैं एक अलग ही क्रेज होता है, भीड़ ऐसे शो के लिए दीवानी रहती है. इसीलिए सबसे अच्छी सीट पाने की होड़ में हर कीमत पर प्रशंसक टिकट खरीदते है. अगर हम बात करे दिलजीत दोसांझ की तो उनके संगीत का जादू इस समय पूरी दुनिया में छाया हुआ है. दिल्ली के फैन्स को तो अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में दिलजीत के 'दिल-लुमिनाटी वर्ल्ड टूर' के दो शो देखने का मौका रहा है. 


20 हजार में बिकने लगी चार हजार वाली टिकट
जिसके कारण आधिकारिक टिकटिंग पार्टनर, बुकमाईशो और ज़ोमैटो लाइव ने रिपोर्ट की है कि उनके प्लेटफ़ॉर्म पर कुछ ही मिनटों में सारी टिकट बिक गई जिसके बाद उन टिकटों की कालाबाजारी शुरू हुई और फिर टिकटों कि कीमतें आसमान छूने लगी, 4000 वाली टिकट 20,000 रुपए तक बिकने लगी. परिवर्तन निदेशालय के मुताबिक तेजी से टिकटों के बिक जाने के बाद, टिकटों को ब्लैक में बेचने का खेल शुरू हुआ. इतना ही नहीं प्रशंसकों को नकली टिकट भी बेची गई. 


जिसके बाद देश भर के विभिन्न राज्यों में कई एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें बुकमायशो द्वारा कई संदिग्धों के खिलाफ दर्ज की गई. एफआईआर भी शामिल है, जिन पर कॉन्सर्टगोअर्स का शोषण करने का संदेह है. एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि कुछ लोग इन प्रतिष्ठित कॉन्सर्ट की ज्यादा डिमांड का फायदा उठाते हुए नकली टिकट बेचने और कीमतों में भारी वृद्धि करने में लगे हैं. 


धन शोधन निवारण अधिनियम के तहत जांच शुरू
जिसके बाद ईडी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत जांच शुरू की और 25.10.2024 को दिल्ली, मुंबई, जयपुर, बेंगलुरु और चंडीगढ़ समेत 5 राज्यों में कई स्थानों पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत 13 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की गई. जहां से घोटाले में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन, लैपटॉप, सिम कार्ड के अलावा कई आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की गई. 


प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि इस कार्रवाई का उद्देश्य टिकटों की अवैध बिक्री और इन घोटालों का समर्थन करने वाले वित्तीय नेटवर्क की जांच करना है. हालांकि जब कॉन्सर्ट की मांग बहुत अधिक होती है, तो ये टिकटें जल्दी बिक जाती हैं, जिसके बाद लोग वैकल्पिक स्रोतों की तलाश करते हैं. ईडी द्वारा की गई छापेमारी और जांच से कई ऐसे व्यक्तियों के बारे में जानकारी मिली है जो इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और टेलीग्राम का उपयोग करके सोशल मीडिया के माध्यम से नकली टिकटों सहित ऐसी टिकट प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं. फिलहाल ईडी इस पूरे मामले की जांच अभी कर रही है और उम्मीद है कि आगे और भी कई बड़े नामों का खुलासा हो सकता है.


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