बेसिक शिक्षा विभाग की लापरवाही..दूसरे ब्लॉक के शिक्षकों के खातों में ट्रांसफर कर दिये 50 लाख रुपये
वित्त व लेखा विभाग के कर्मचारियों ने लापरवाही की सभी सीमाएं तोड़ते हुये दूसरे ब्लॉक के शिक्षकों के खाते में पैसे ट्रांसफर कर दिये। जब गलती पता चली तो पैसे वापस मांगे जा रहे हैं
झांसी, एबीपी गंगा। सरकारी विभागों में कर्मचारियों की लापरवाही कोई नई बात नहीं है। बेसिक शिक्षा विभाग के वित्त एवं लेखा अधिकारी कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों की गलती से लगभग 50 लाख रुपए दूसरे ब्लॉक के शिक्षकों के खाते में ट्रांसफर कर दिये गये। गलती पकड़ में आने के बाद अब शिक्षकों से धनराशि वापस मांगी जा रही है।
जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत संचालित परिषदीय विद्यालयों में हजारों शिक्षक व कर्मचारी काम करते हैं। इनके वेतन एवं भुगतान की जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा के वित्त एवं लेखा अधिकारी की है। लेखा विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की कार्यशैली लगातार विवादों में रही है। इस बार तो लापरवाही की सभी सीमाएं पार कर दी। दरअसल जिले के शिक्षकों को सातवें वेतन आयोग के एरियर की द्वितीय किस्त का भुगतान किया जाना था। इनमें से अधिकांश ब्लॉक के शिक्षकों को द्वितीय किस्त का भुगतान किया जा चुका है। बजट के अभाव में कुछ ब्लॉक के शिक्षक द्वितीय किस्त से वंचित रह गए थे। शासन से ग्राण्ट आते ही विभाग ने इन शिक्षकों की द्वितीय किस्त का भुगतान करने की कार्यवाही शुरू की।
विभाग की लापरवाही के चलते मऊरानीपुर ब्लॉक के 140 शिक्षकों के लगभग 50 लाख रुपए गुरसराँय ब्लॉक के शिक्षकों के खाते में स्थानान्तरित कर दी गई। जब मऊरानीपुर ब्लॉक के शिक्षकों के खाते में धनराशि नहीं पहुँची, तो अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में लेखा विभाग के अधिकारियों ने बिलों के पन्ने पलटे और कम्प्यूटर खँगाला तो पता चला कि मऊरानीपुर ब्लॉक के शिक्षकों की धनराशि गुरसराँय ब्लॉक के शिक्षकों के खाते में पहुंच गई है। मामले का खुलासा होते ही वित्त एवं लेखाधिकारी (बेसिक शिक्षा) सचिन दीक्षित ने गुरसरांय ब्लॉक के खण्ड शिक्षा अधिकारी के नाम पत्र जारी किया है। पत्र में कहा गया है कि मऊरानीपुर ब्लॉक के बीईओ द्वारा सातवें वेतनमान के एरियर के बिल में ई.कुबेर आइडी गलत अंकित करने के कारण त्रुटिवश मऊरानीपुर ब्लॉक के शिक्षकों के एरियर की धनराशि गुरसराँय ब्लॉक के शिक्षकों के खाते में स्थानान्तरित हो गई है। पत्र के साथ उन 140 शिक्षकों की सूची भी जारी की गई है, जिनके खाते में गलती से एरियर की धनराशि पहुंच गई है। अब इन सभी शिक्षकों से वित्त एवं लेखाधिकारी को अकाउण्टपेयी चेक के माध्यम से धनराशि वापस करने को कहा गया है।