वाराणसी, नितीश कुमार पाण्डेय: शहनाई के शंहशाह भारत रत्न बिस्मिल्लाह खां की प्रॉपर्टी एक बार फिर विवादों में है. खां साहब के पुश्तैनी मकान में तोड़-फोड़ की गई है. बताया जा रहा है कि प्रॉपर्टी पर अब बिल्डर की नजर पड़ गई है. मामला संज्ञान में आते ही वीडीए ने काम रोक दिया है लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट करके मामले को राजनीतिक रंग दे दिया है.


उस्ताद की संपत्ति पर अखिलेश यादव का ट्वीट
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट करके भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्ला खां की संपत्ति में तोड़-फोड़ को मुद्दा बनाया है. ट्वीट करके अखिलेश यादव ने भारत सरकार की तरफ से उस्ताद के रियाज स्थल को भूपतियों के हाथों बचाकर सरकार से स्मारक के रूप में संरक्षित करने की मांग की है.



क्या है मामला
शहनाई सम्राट भारत रत्न स्वर्गीय बिस्मिल्लाह खां का मकान वाराणसी के हड़हा सराय में पड़ता है. इसी मकान से खां साहब ने शहनाई पर रियाज करके शहनाई को पहचान दिलाई थी. चूंकि खां साहब के बेटों में संपत्ति को लेकर अक्सर विवाद हुआ करता है. इस बार भी खां साहब के एक बेटे की तरफ से पुश्तैनी मकान को बिल्डर को देने की बात सामने आ रही है. जिसके बाद वीडीए वाराणसी ने मकान के निर्माण पर रोक लगा दी है.


जर्जर हालत में है मकान
उस्ताद आखिरी समय तक इस मकान में रहे. पारिवारिक विवाद के कारण उनके मकान को लेकर विवाद चल रहा है. मकान बिस्मिल्लाह खां के बेटे स्वर्गीय मेहताब के नाम है और इस समय मकान जर्जर हालत में है. परिवार के लोगों की मानें तो मकान को तुड़वाकर उसे सही कराया जा रहा था जिसे लेकर परिवार के ही कुछ सदस्यों को आपत्ति थी. इसी वजह से परिवार के कुछ लोगों की तरफ से ये कहा गया कि मकान को बिल्डर को दे दिया गया है जिसपर की मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनाई जा रही है. जिसके बाद वाराणसी वीडीए ने मकान पर निर्माण को रोकते हुए मकान नक्शा पास कराए जाने तक मकान निर्माण में रोक लगा दी है. वीडीए वीसी राजेश पाण्डेय की मानें तो साफ तौर पर आदेश है कि बिना अधिकारियों की जानकारी के कोई भी कार्य न कराया जाए.



उस्ताद का बड़ा परिवार
शहनाई के जादूगर भारत रत्न बिस्मिल्लाह खां का मकान 527 स्क्वायर फीट में है जोकि इस समय जर्जर हालात में है. बिस्मिल्लाह खां के 5 लड़के और 4 लड़कियां हैं. उनमे अक्सर बिस्मिल्लाह खां की संपत्ति को लेकर विवाद की खबरें आया करती हैं. उस्ताद के इस मकान पर हुए विवाद के बाद परिवार के सदस्यों का कहना है कि मकान जर्जर हालात में था इस वजह से इस मकान की मरम्मत के लिए इसको तोड़ा जा रहा है न कि इस मकान को किसी बिल्डर को दिया गया है.


सोमा घोष ने जिला प्रशासन से लगाई थी संपत्ति की रक्षा की गुहार
बिस्मिल्लाह खां की दत्तक पुत्री सोमा घोष ने जब मकान को तोड़ा जा रहा था तो इसकी सूचना जिलाधिकारी वाराणसी को फोन पर दी थी. सोमा ने ये मांग की है कि खां साहब के मकान को संरक्षित करके संग्रहालय के रूप में विकसित किया जाए. चूंकि मकान पर पारिवारिक विवाद चल रहा है इस वजह से खां साहब के दूसरे पुत्र की लड़कों की तरफ से ये कहा जाता रहा है कि अगर खां साहब के मकान पर किसी तरह का निर्माण कराया जा रहा है तो उसमें परिवार के बाकी सदस्यों की भी राय होनी चाहिए.


घर के बाहर आया झगड़ा
उस्ताद बिस्मिल्लाह खां ने इसी मकान से रियाज करके शहनाई के दुनिया में अपना नाम अमर किया था लेकिन, अब उसी मकान को लेकर परिवार के सदस्यों का आपसी झगड़ा घर के बाहर आ चुका है. जो शहनाई सम्राट के नाम को धूमिल कर रहा है. मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. अब देखना ये होगा कि आगे परिवार और प्रशासन का अगला कदम क्या होता है.


यह भी पढ़ें:



20 अगस्त से शुरू हो रहा है यूपी विधानसभा का सत्र, लागू रहेंगे विशेष नियम


मेरठ: अर्जुन पुरस्कार के लिए नाम न आने पर शूटर के परिजनों ने लगाया भेदभाव का आरोप, जानें- क्या कहा