Eid al-Adha 2023 in UP: उत्तर प्रदेश में ईद उल अजहा की नमाज सड़क पर नहीं पढ़ी गई. गुरुवार को मुसलमानों ने सुबह मस्जिदों और ईदगाहों में नमाज के बाद एक दूसरे को बधाई दी. सभी जिलों में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था रही. किसी भी जिले से अप्रिय घटना की शिकायत नहीं मिली. पूर्व निर्धारित स्थलों पर ही कुर्बानी को अंजाम दिया गया. नमाज के बाद तीन दिनों तक चलने वाली कुर्बानी की शुरुआत हुई. त्योहार के मद्देनजर सुरक्षा चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी. सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश भर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुख्यालय स्तर से सुरक्षा बलों को तैनात किया गया था. सादे लिबास में महिला पुलिसकर्मियों की भी तैनाती रही. बॉडी वार्न कैमरों से लैस जवान संवेदनशील जगहों पर मुस्तैद रहे.
हर्षोल्लास के साथ मनाया गया ईद उल अजहा
हाई रिजोल्यूशन सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से उपद्रवी तत्वों पर नजर रखी गई. असमाजिक तत्वों से निपटने के लिए 7,570 अंडर ट्रेनिंग उपनिरीक्षकों को मैदान में उतारा गया. डीजीपी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बुधवार को कहा था प्रदेश की 33,340 मस्जिदों में नमाज अदा की जाएगी. ईद-उल-अजहा की नमाज के दौरान प्रशासन पूरी तरह अलर्ट नजरा आया. मुसलमानों ने कुर्बानी के दौरान साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा.
पहली बार बकरीद की नमाज सड़क पर नहीं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी त्योहारों के मद्देनजर अधिकारियों को चौकन्ना रहने का निर्देश दिया था. कानून-व्यवस्था पर बुलाई गई बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए थे. पुलिस अधिकारियों की मुस्लिम धर्मगुरुओं और प्रमुख हस्तियों से मुलाकात का सफल परिणाम देखा गया. देवबंद, रामपुर और अलीगढ़ जैसे शहरों में मुसलमानों ने बकरीद की नमाज सड़क पर नहीं अदा की. शांति और सौहार्द से बकरीद का त्योहार संपन्न होने पर सरकार के प्रवक्ता ने उत्तर प्रदेश शासन की कानून-व्यवस्था की पीठ थपथपाई है.