Eid in Meerut: ईद का त्यौहार कल है और इसको लेकर तैयारियों जोरों शोरों से चल रहीं है. मेरठ में शाही ईदगाह में नमाज होगी. लेकिन सड़कों पर ईद की नमाज पढ़ने की इजाजत नहीं होगी. कोर्ट के आदेश और शासन के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा. डीएम ने भी साफ कर दिया है कि सड़कों पर किसी भी धार्मिक आयोजन की इजाजत नहीं है. वहीं मुस्लिम समाज के मुअजिज लोग अब सोशल मीडिया पर अपील कर रहें हैं कि नमाज सड़कों पर न पढ़ें. धार्मिक गुरूओं के साथ बैठकें भी की जा रही है.
मुस्लिम लोग कर रहे ये अपील
मेरठ में अलविदा जुमे की नमाज मस्जिदों में तो पढ़ी गई थी लेकिन सड़कों पर नहीं. अब कुछ ऐसा ही मेरठ में ईद की नमाज पर भी होने जा रहा है. शाही ईदगाह में ईद की नमाज को लेकर तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही है. शहर के तमाम मुआजिज लोग अपील भी कर रहें हैं कि सड़कों पर नमाज न पढ़ी जाए. पुलिस प्रशासन भी तस्वीर साफ कर चुका है कि बिना इजाजत कोई भी धार्मिक आयोजन सड़क पर नहीं होगा.
शहर काजी की वीडियो वायरल
पुलिस-प्रशासन के साथ शहर के मुआजिज लोग भी कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं. शहर काजी जैनुस साजिद्दीन की एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें वो सड़कों पर नमाज नहीं पढ़ने की अपील कर रहे हैं.
सड़कों पर नमाज नहीं पढ़ें
मेरठ के पूर्व मेयर और पूर्व सांसद शाहिद अखलाक ने भी अपने फेसबुक अकाउंट पर अपील की है कि ईदगाह के भीतर ही नमाज पढ़े, सड़कों पर नमाज नहीं पढ़ें. सोशल मीडिया पर उनकी ये वीडियो तेजी से वायरल हो रही है.
मेरठ के डीएम ने कही ये बात
उधर मेरठ के डीएम दीपक मीणा का कहना है कि कोर्ट का जो भी आदेश है और शासन का निर्देश है उसका पालन होगा, यानी ये साफ है कि जिस तरीके से अलविदा जुमा की नमाज सड़कों पर नहीं पढ़ी गई वैसे ही ईद पर भी सड़कों पर नमाज नहीं होगी. इतना तो साफ है कि मेरठ में दो मई को हाशिमपुरा में होने वाले जागरण की इजाजत न देकर पुलिस प्रशासन ने ये संदेश देने का काम किया है कि धर्म और मजहब देखकर नहीं बल्कि यहां कानून के हिसाब से फैसले लिए जा रहे हैं. धर्म गुरूओं से बातचीत और अपील के बाद अलविदा जुमे की नमाज भी सड़कों पर नहीं होने दी गई थी. अब ईद की नमाज भी सड़कों पर पढ़ने से साफ इंकार कर दिया गया है.
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