ईद मुबारक: चांद के दीदार के साथ ही शुरू हुआ भाईचारे का त्योहार, बधाईयों का लगा तांता
रमजान का महीना 30 दिनों तक चलता है, लेकिन इस बार 5 जून को ईद होने पर रमजान का महीना सिर्फ 29 दिन का ही रहा। ईद प्रेम और भाईचारे का त्योहार माना जाता है।
लखनऊ, एबीपी गंगा। मुसलमानों का पवित्र त्योहार ईद-उल-फितर 5 जून को भारत में मनाया जाएगा। इस खास मौके के लिए रोजेदार महीने भर का इंतजार करते हैं। रमजान का पवित्र महीना ईद के साथ ही खत्म होता है। इस दिन को ईद उल-फितर कहा जाता है जिसे पूरी दुनिया के मुसलमानों बड़े धूमधाम से मनाते हैं। मंगलवार को ईद का चांद दिखाई देने के बाद ईद की बधाईयां देने का सिलसिला शुरू हो गया है।
आ गई ईद
सऊदी अरब में 4 जून को ईद मनाई गई। मून साइटिंग कमीटी अबूधाबी के न्यायिक विभाग में शव्वाल का पहला दिन 5 जून को बताया। बता दें, शव्वाल के पहले दिन ही विश्व भर में मीठी ईद मनाई जाती है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और एशिया के बाकी हिस्सों में ईद 5 जून को को मनाई जाएगी।
रामजान के बाद मनाया जाता है त्योहार
बता दें, रमजान का महीना 30 दिनों तक चलता है, लेकिन इस बार 5 जून को ईद होने पर रमजान का महीना सिर्फ 29 दिन का ही रहा। वहीं, साल 2018 में ईद 16 जून को मनाई गई थी। ईद प्रेम और भाईचारे का त्योहार माना जाता है। इस दिन मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद सभी अपने प्रियजनों के गले लगकर उन्हें ईद की मुबारक बाद देते हैं।
सुख-शांति की मांगी जाती है दुआ
माना जाता है कि पहली बार ईद-उल-फितर 624 ईस्वी में मनाई गई थी। इस दिन मीठे पकवान बनाए और खाए जाते हैं। अपने से छोटों को ईदी दी जाती है। दान देकर अल्लाह को याद किया जाता है। इस दान को इस्लाम में फितरा कहते हैं, इसीलिए भी इस ईद को ईद-उल-फितर कहा जाता है। ईद में सभी आपस में गले मिलकर अल्लाह से सुख-शांति और बरकत लिए दुआएं मांगते हैं।