गोरखपुर: दीपावली के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर का भीम सरोवर और सूर्यकुंड स्थित सूर्यकुंड सरोवर दीपों की रोशनी से जगमग हुआ. गोरखनाथ मंदिर में भोजपुरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया 'भाई' और गोरखनाथ मंदिर के संयुक्‍त तत्‍वावधान में 'एक दीया शहीदों के नाम' कार्यक्रम का आयोजन किया. इस अवसर पर कलाकारों ने देशभक्ति गीत प्रस्‍तुत किए. वहीं, भीम सरोवर पर संस्‍कार भारती की ओर से दीपोत्‍सव कार्यक्रम का आयोजन किया. जगमग दीपों की रोशनी से सरोवर जगमग रोशनी से उज्‍ज्‍वल हो गया. दोनों स्‍थानों पर आयोजित कार्यक्रम में सोशल डिस्‍टेंसिंग का पालन किया गया.


गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित भीम सरोवर पर भोजपुरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया (भाई) की ओर से एक दीया शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया. इस अवसर कलाकारों की तरफ से देशभक्ति गीत और नृत्‍य की शानदार प्रस्‍तुति भी की गई. इस अवसर पर मुख्‍य अतिथि के रूप में उपस्थित पूर्व केन्‍द्रीय वित्त राज्‍यमंत्री और राज्‍यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्‍ला उपस्थित रहे. उन्‍होंने कहा कि पुलवामा की घटना के बाद से प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने एक दीया देश के शहीदों के नाम प्रज्‍जवलित करने का आह्वान किया. उसके बाद से भोजपुरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया 'भाई' के तत्‍वावधान में दीप प्रज्‍जवलन का कार्यक्रम चल रहा है.



भोजपुरी एसोसिएशन ऑफ इंडिया के कार्यक्रम संयोजक और संगीत नाटक अकादमी उत्तर प्रदेश के सदस्‍य राकेश श्रीवास्‍तव ने कहा कि ये कार्यक्रम 5 वर्षों से चल रहा है. वे कहते हैं कि हम अपने घरों से में दीप जलाते हैं. लेकिन, उन शहीदों के घरों में अंधेरा होता है. जो लोग अपने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं. उन्‍होंने कहा कि उन शहीदों को नमन करने के लिए भोजपुरी एसोसिएशन आफ इंडिया 'भाई' और गोरखनाथ मंदिर के संयुक्‍त तत्‍वावधान में ये कार्यक्रम चल रहा है.



स्‍वर सागर संस्‍था की निदेशक और सामाजिक कार्यकर्ता सुनिषा श्रीवास्‍तव ने कहा कि हर वर्ष शहीदों की याद में एक दीया देश के नाम कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. उन्‍होंने कहा कि हर वर्ष इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. उन्‍होंने कहा कि शहीदों की याद में इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.



संस्‍कार भारती की ओर से सूर्यकुंड धाम पर 26वें वर्ष 2000 दीप प्रज्‍जवलन किया गया. संस्‍कार भारती की ओर से 2000 दीप प्रज्‍जवलित किया जा रहा है. संस्‍कार भारती के महानगर महामंत्री प्रेमनाथ ने बताया कि प्रेम और भाईचारा का संदेश देने के लिए इस तरह का आयोजन किया गया है. उन्होंने बताया कि आयोजन को कोरोना संक्रमण की वजह से आयोजन को सीमित किया गया है. 1001 दीपक से शुरू हुआ ये आयोजन 50000 दीपों तक पहुंचा. जो कोरोना संक्रमण की वजह से सीमित कर दिया गया है. कोविड की वजह से आयोजन में 100 लोगों को ही आने की अनुमति दी गई है.



संस्‍कार भारती की प्रान्‍तीय मातृशक्ति प्रमुख रीना जायसवाल ने कहा कि ये 26वां वर्ष है. वे कहती हैं कि कोरोना संक्रमण काल में कार्यक्रम को संक्षिप्‍त रूप में किया गया है. इसका उद्देश्‍य समाज में अच्‍छाई को लाकर दीप जलाया जाता है. सूर्यकुंड धाम पर दीप प्रज्‍जवल करने आईं संगीता श्रीवास्‍तव ने कहा कि वे हर साल यहां पर दीप प्रज्‍जवलन करने के लिए आती हैं. उन्‍होंने कहा कि हर साल यहां पर भव्‍य रूप से दीप प्रज्‍जवलन का कार्यक्रम होता है. उन्‍होंने कहा कि वे कामना करती हैं कि हर साल इसी तरह से कार्यक्रम का आयोजन हो.


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