प्रयागराज: यूपी की योगी सरकार ने संगम नगरी प्रयागराज में माफिया घोषित किये गए पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के कब्ज़े से खाली कराई गई ज़मीन चुनाव आयोग को दिए जाने का फैसला किया है. सूबे के आवास विकास विभाग के इस प्रस्ताव पर योगी कैबिनेट ने अपनी मुहर लगा दी है. कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद अतीक के कब्ज़े से खाली कराई गई ज़मीन पर चुनाव आयोग का वेयर हाउस बनाए जाने का रास्ता साफ़ हो गया है और जल्द ही यहां काम शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. चुनाव आयोग के इस वेयर हाउस में चुनावों में काम आने वाली इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों के साथ ही वीवीपैट मशीनों को भी रखा जाएगा. इसके साथ ही आयोग के कुछ अधिकारी भी यहां बैठेंगे.
दरअसल, प्रयागराज के लूकरगंज इलाके के प्लाट नंबर 19 और 65 पर माफिया अतीक अहमद के पिता हाजी फ़िरोज अहमद का कब्ज़ा था. अतीक के गुर्गे ही इस ज़मीन की देखभाल करते थे. तकरीबन सात हज़ार स्क्वायर मीटर की इस जगह की कीमत करीब डेढ़ अरब रूपये है. सरकारी अमले ने यूपी में योगी सरकार द्वारा माफियाओं और बाहुबलियों के खिलाफ चलाए जा रहे आपरेशन नेस्तनाबूत के तहत इस ज़मीन को पिछले साल 13 सितम्बर को खाली कराकर कब्ज़ा पाया था. सरकारी रिकॉर्ड में यह ज़मीन नजूल यानी सरकार की ही थी. अतीक के परिवार ने इस पर कब्ज़ा कर रखा था.
ज़मीन अब निर्वाचन आयोग को दी जा रही है
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पिछले साल 16 दिसंबर को प्रयागराज में हुए वकीलों के कार्यक्रम में माफियाओं और बाहुबलियों के कब्ज़े से खाली कराई गई ज़मीन सरकारी दफ्तरों और पार्किंग के लिए देने के साथ, गरीबों के लिए सस्ते दाम पर आशियाना बनाए जाने के उपयोग में लाए जाने का एलान किया था. इसी के तहत यह ज़मीन अब निर्वाचन आयोग को दी जा रही है. योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी के मुताबिक़ ऐसा करके योगी सरकार यह संदेश देना चाहती है कि उसकी हमदर्दी गुंडों माफियाओं के बजाय आम नागरिकों के साथ है.
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