लखनऊ, एबीपी गंगा। लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों का एलान अब से कुछ घंटों बाद हो जाएगा। चुनावी समर में हुई बयानबाजी के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि परिणाम का दिन भी सियासी दलों के लिए खासा अहम रहने वाला है। 11 अप्रैल से शुरू हुए लोकसभा चुनाव 7 चरणों में संपन्न हुए हैं। आखिरी चरण के लिए 19 मई को मतदान हुए थे।


टिकी हैं दुनिया की निगाहें


मतगणना के दिन न सिर्फ देशवासियों बल्कि दुनिया भर की निगाहें नतीजों पर टिकी हैं। बता दें कि इस बार के चुनावों में रिकॉर्ड संख्या में ईवीएम का इस्तेमाल हुआ है। चुनाव लड़ने वाले प्रमुख नेताओं में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव शामिल हैं।


पूर्वी यूपी में पिछड़ गई बीजेपी


लोकसभा सीटों के लिहाज से उत्तर प्रदेश प्रदेश सभी सियासी दलों के लिए महत्वपूर्ण है। यहां कौन बाजी मारेगा ये तो नतीजों के आने के बाद ही पता चल पाएगा। बात पूर्वी उत्तर प्रदेश की करें तो 2014 के चुनाव में पूर्वांचल में शानदार प्रदर्शन करने वाली बीजेपी यहां पिछड़ गई है। बीजेपी को यहां 26 सीटों में 12 सीटें मिल रही हैं। गठबंधन ने यहां भी बेहतर प्रदर्शन किया है। उनके हिस्से में 14 सीटें आ रही हैं। सपा को 5 बसपा को 9 सीटें मिलने का अनुमान है।



नहीं चला प्रियंका का मौजिक


गौरतलब है कि कांग्रेस ने पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी को दी थी लेकिन यहां कांग्रेस की स्थिति जस की तस नजर आ रही है। इसके कई बड़े कारण हैं। पहला ये कि कांग्रेस की न्याय योजना को लेकर जमीन पर लोग आश्वस्त नहीं थे और दूसरी बात ये कि संगठन के तौर पर यहां कांग्रेस जर्जर हो चुकी है।