लखनऊ, एबीपी गंगा। 2019 लोकसभा चुनाव के लिहाज से गुरुवार का दिन सबसे अहम रहा है। लोकसभा सीटों के लिहाज से सबसे ज्यादा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा ने जातिगत समीकरणों को ध्वस्त कर दिया है। राज्य की 80 सीटों में अबतक मिले रुझानों में भाजपा गठबंधन 59 सीटों पर आगे हैं। जल्द ही अंतिम नतीजे घोषित किये जाएंगे। सूबे के हिस्से में 27 सीटें आती हैं। इनमें भाजपा 19 सीटों पर आगे चल रही है। दूसरी तरफ गठबंधन 8 सीटों पर बढ़त बनाये हुए हैं। कांग्रेस कहीं पर नहीं है। लोकसभा सीटों के लिहाज से उत्तर प्रदेश प्रदेश सभी सियासी दलों के लिए महत्वपूर्ण है। जाटलैंड कहा जाने वाले इस हिस्से ने गठबंधन का नकार दिया। हालांकि, नतीजों से पहले एग्जिट पोल ने संकेत दिये थे कि पश्चिमी उत्तर में बीजेपी को बड़ा नुकसान होता दिख रहा है।
यूपी से होकर जाता है दिल्ली का रास्ता
भारतीय राजनीति को लेकर एक बात ये कही जाती है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है और ये बड़ी हकीकत भी है। लोकसभा सीटों के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे में जिस पार्टी का झंडा बुलंद होता है, उसकी गूंज दिल्ली में तक सुनी जाती है।
बीजेपी को बड़ा नुकसान
पश्चिम यूपी में महागठबंधन को बड़ी जीत मिलती दिख रही है। यहां लोकसभा की 27 सीटों में से 10 सीटों पर बीएसपी को जीत मिल सकती है तो 9 सीटों पर एसपी का कब्जा हो सकता है। पश्चिम यूपी में आरएलडी को 2 सीटें मिल रही हैं तो यहां कांग्रेस का खाता खुलता हुआ नहीं दिख रहा है। बात बीजेपी की करें तो पश्चिमी यूपी की 27 सीटों में से सिर्फ 6 सीटें ही बीजेपी के खाते में जाती हुई नजर आ रही हैं। बता दें 2014 में पश्चिमी यूपी की 27 सीटों में से 24 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार बीजेपी को यहां नुकसान होता दिख रहा है।
क्या कहते हैं आंकड़े
पश्चिमी यूपी
कुल सीटें-27
बीएसपी-10
सपा-9
आरएलडी- 02
बीजेपी- 06
कांग्रेस-0
महागठबंधन- 21 (बीएसपी- 10 सपा- 9 आरएलडी- 2)