(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
UP Politics: पश्चिमी यूपी के ये दिग्गज नेता बने मध्य प्रदेश में BJP की ताकत, प्रचंड जीत में निभाई अहम भूमिका
Election Results 2023: विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली जीत से यूपी के कई दिग्गज नेता बहुत खुश हैं. उन्हें इन चुनावों में अहम जिम्मेदारी दी गई थी, जिसे उन्होंने बखूबी निभाया.
Assembly Election Results 2023: मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपना परचम लहरा दिया है. बीजेपी को मिली बड़ी जीत में पश्चिमी यूपी के दिग्गज नेताओं ने भी अहम भूमिका निभाई. खासतौर से यूपी से सटे राजस्थान और मध्य प्रदेश में यूपी के नेताओं की मेहनत रंग लाई है. ये नेता कई दिनों तक राज्यों के अलग-अलग क्षेत्रों में डटे रहे और चुनावी रणनीति को धार देते दिखाई दिए.
उत्तर प्रदेश बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी, मंत्री कपिल देव, मंत्री दिनेश खटीक और सुरेश राणा जैसे नेताओं को चुनाव की जिम्मेदारी दी गई थी. इन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों में कई दिनों तक प्रवास किया और लगातार संगठन को मजबूत बनाने का काम किया. जिसका नतीजा ये हुआ कि बीजेपी ने तीनों राज्यों में प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई. जीत के बाद यूपी के ये नेता भी बेहद खुश हैं.
यूपी के इन दिग्गजों ने संभाला मोर्चा
विधानसभा चुनाव में लक्ष्मीकांत बाजपेयी को रीवा संभाग का प्रभारी बनाकर भेजे गया था, इसी संभाग में राज्यमंत्री दिनेश खटीक और कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा की भी चुनावी ड्यूटी लगी थी. इसके साथ मुजफ्फरनगर के विधायक और मंत्री कपिल देव अग्रवाल को दमोह में चुनावी रणनीति की जिम्मेदारी दी गई थी और इन इलाकों में बीजेपी ने 2018 से बेहतर प्रदर्शन किया.
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और झारखंड के प्रभारी लक्ष्मीकांत बाजपेयी के पास लंबा राजनीति अनुभव है. ऐसे में पार्टी ने उन्हें 22 विधानसभा वाले रीवा संभाग की जिम्मेदारी दी थी. पिछली बार इस संभाग में बीजेपी ने 18 सीटों पर जीत दर्ज की थी जो इस बार बढ़कर 19 हो गई हैं. इसी तरह दिनेश खटीक को सिंगरौली जिले का प्रभारी बनाया गया था, जहां उन्होंने कई सभाएं की और दलित वोटों को जोड़ने का काम किया.
बीजेपी की जीत से गदगद यूपी के नेता
कपिल देव अग्रवाल ने सागर संभाग के दमोह की जिम्मेदारी संभाली और करीब डेढ़ महीने का लंबा प्रवास किया, उन्हें चार सीटों की जिम्मा दिया गया था. इन चारों पर बीजेपी की जीत हुई, जबकि पिछली बार बीजेपी दो सीटों पर ही जीती थी. कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा को सीधी भेजा गया था, यहां पहले पार्टी को दो सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन इस बार चार सीटों पर जीत दर्ज की है.
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