मेरठ, एबीपी गंगा। मेरठ में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। दिनदहाड़े पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में लूट की वारदात को अंजाम देकर भाग रहे चार बदमाशों में से 50 हजार का इनामी बदमाश जुबैर मारा गया। बदमाशों की तरफ से हुई फायरिंग में एक सिपाही और सीओ दौराला भी घायल हो गए। मुठभेड़ में मारे गए बदमाश पर हत्या, रंगदारी जैसे 1 दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाश फरार होने को कामयाब हुए हैं जिनकी तलाश में पुलिस ने सर्च अभियान चला रखा है।


पुलिस को मिली लूट की सूचना


दरअसल, दौराला पुलिस को एक मोटरसाइकिल लूट की सूचना मिली जिसके बाद पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और बदमाशों के पीछे दौड़ पड़ी। पुलिस को पीछे आता देख बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग की। पुलिस और बदमाशों के बीच काफी देर तक फायरिंग होती रही, जिसमें पुलिस का एक सिपाही और सीओ दौराला बदमाशों की गोली से घायल हो गए। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में 50 हजार का इनामी बदमाश जुबैर भी मारा गया और बाकी बदमाशों की तलाश में पुलिस लगातार कॉम्बिंग कर रही है।


अन्य जिलों में भी जुबैर सक्रिय था


बताया जा रहा है जुबैर 50 हजार का इनामी था और हाल ही में उसने सूरत में एक व्यापारी की लूट के बाद हत्या की थी। मेरठ में भी रंगदारी नहीं देने पर जुबैर 2 लोगों पर फायरिंग कर चुका था। मेरठ के साथ-साथ अन्य जिलों में भी जुबैर सक्रिय था। फिलहाल पुलिस फरार बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है और उनका आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है।


खेतों में घुस गए बदमाश


एसएसपी मेरठ नितिन तिवारी ने बताया कि, सूचना मिली थी कि मोटरसाइकिल पर सवार कुछ अज्ञात बदमाशों ने एक मोटरसाइकिल लूट ली है सभी थानों की पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां पर बदमाशों से मुठभेड़ हो गई। बदमाशों ने भागते-भागते मोटरसाइकिल को छोड़ दी और खेतों के अंदर घुस गए। दोनों तरफ से फायरिंग हुई इसमें से एक बदमाश इंजर्ड हुआ जिसको हॉस्पिटल भेजा गया। हॉस्पिटल में बदमाश को डेथ डिक्लेयर कर दिया गया।बदमाशका नाम जुबैर है और मेरठ के लिसाड़ी गेट का रहने वाला है। जुबैर द्वारा बहुत सी वारदातों को अंजाम दिया गया है, जिसमें कुछ दिन पहले ही सूरत में हत्या और लूट की घटना भी इसके द्वारा की गई थी। इसने मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में रंगदारी के लिए गोली भी मारी है पुलिस इसके अलावा और छानबीन कर रही है।



चाची को बना लिया बीवी


जुबैर ने अपने चाचा गफ्फार के साथ रहते हुए महज 11 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा था। खेल में विवाद होने पर उसने पड़ोसी के बच्चे की गर्दन काट दी थी। 2011 में चाचा गफ्फार की सरूरपुर के पिठलोकर गांव में हत्या कर दी गई तो जुबैर भी उसी की राह पर चल पड़ा। चाची राहिला को बीवी बना लिया। दोनों के दो बच्चे हैं। पांच महीना पहले जेल से छूटा तो ताबड़तोड़ वारदात करने लगा।