UP Assembly Election 2022: जैसे जैसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव नजदीक आता जा रहा है बीजेपी मथुरा के मुद्दे को गरमाने के लिए पूरा जोर लगा रही है. उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद अब राज्य सभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने अयोध्या, काशी के बाद अब मथुरा राग छेड़ दिया है. इसी मुद्दे पर आज पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को चुनौती दे डाली.


मथुरा का मुद्दा उठाने पर योगी को बधाई दी
एटा में बीजेपी के राज्यसभा सांसद ने इसपर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मैंने सबसे पहले संसद परिसर में कहा था त्रेता में राम, द्वापर में कृष्ण. पहले राम और अब मथुरा की बारी है. उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मथुरा का मुद्दा उठाने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि 9 दिसम्बर 2021 को मैंने संसद में शून्यकाल में कहा था कि कांग्रेस सरकार के हिन्दू विरोधी मानसिकता के तहत 1991 में पूजा स्थल एक्ट बनाया था जो हिंदुत्व की भावना पर कुठाराघात है और वो भगवान राम और भगवान कृष्ण जो दोनों ही विष्णु के अवतार हैं, उनमें भेद पैदा करता है. ये कानून जन विरोधी और जन भावना विरोधी है. यह 135 करोड़ हिंदुओं और देशवासियों की जन भावनाओं के खिलाफ है. तत्काल इसको खत्म करना चाहिए.


अखिलेश से पूछ दिया ये सवाल
सांसद ने इस अवसर पर दावा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सवाल किया कि भगवान कृष्ण की जन्म भूमि गर्भ गृह जिस स्थान पर मस्जिद खड़ी है, इसपर उनका क्या कहना है? क्या उनमें इतनी ताकत है कि इस देश की अस्मिता से जुड़े हुए जो बिंदु हैं उन्हें सार्वजनिक मंचों से बोलें? भगवान कृष्ण की जन्म भूमि में भव्य दिव्य मंदिर का निर्माण होना चाहिए इसमे अखिलेश यादव जी का क्या कहना है?


सांसद ने कहा कि मैं विश्वास करता हूं कि जो भगवान कृष्ण के प्रति भक्ति भाव रखते हैं उनके प्रति श्रद्धा और आदर प्रकट करते हैं वो सारे लोग उन ताकतों के साथ खड़े होंगे जो आने वाले समय में भगवान श्री कृष्ण की जन्म भूमि पर भव्य दिव्य मंदिर निर्माण करेंगे.


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