UP News: उत्तर प्रदेश सरकार के कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति (Dharmveer Prajapati) ने आज एटा (Etah) जिला कारागार पहुंचकर जेल मे बंद कैदियों से सीधे संवाद किया. इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न प्रकार की पारिवारिक परिस्थितियों का हवाला देकर कैदियों से अपने जीवन मे सुधार लाने और आपराधिक गतिविधियों को त्यागने की अपील की.
जेल मंत्री पूरे उत्तर प्रदेश की जेलों का भ्रमण कर कैदियों से संवाद स्थापित कर उनको सुधारने का अभियान चला रहे हैं. उन्होंने बताया कि ये उनकी 35वीं जेल है, जहां उन्होंने कैदियों से संवाद किया है.
कैदियों को समझया और अपील की
मंत्री ने कहा कि अंग्रेजों के बनाये हुए जेल मेन्युअल को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भारतीय परिस्थितियों और संस्कृति के अनुसार बदला है. उन्होंने कहा कि मैं जब इन कैदियों के परिवार का ध्यान करता हूं तो देखता हूं कि इनके पीछे बच्चे हैं, मां-बाप हैं, भाई, बहन होंगे और अधिकांश गरीब परिवार से हैं. गरीब परिवार में जिस परिवार का बच्चा जेल चला जाएगा तो उस परिवार का भविष्य अंधकार मे हो जाता है. कहीं ना कहीं वो परिवार समाज में अपमानित महसूस करता है.
मंत्री ने कहा कि इसलिये उन्हें परिवार से कनेक्ट करके इनको याद दिलाते हैं कि आपके पीछे परिवार है, मां है, भाई-बहन है. इनकी एक गलती के कारण बहन, भाई की शादी संबंध में फर्क पड़ता है, शादी अच्छे परिवार मे नहीं हो पाते. मंत्री ने कहा कि इसी प्रकार की अन्य परिस्थितियों का हवाला देकर इन कैदियों को समझाते हैं और इनसे जुर्म छोड़ने की अपील करते हैं.
इन अपीलों का इनके मस्तिष्क पर गहरा असर होता हैं. उन्होंने बताया कि इसी प्रकार से अब तक उत्तर प्रदेश की 35 जेलों मे कैदियों से संवाद स्थापित कर चुका हूं.
जेल मैन्युअल में सुधार किया गया
मंत्री ने बताया कि अंग्रेजो द्वारा बनाये गए जेल मैन्युअल में सुधार कर भारतीय संस्कृति के अनुसार हमने काले पानी की सजा खत्म की है. कैदियों के लिये दोपहर बाद चाय बिस्कुट की व्यवस्था की है. सुहागिन महिलाओं को श्रृंगार के सामान पहनने और कोई भी वस्त्र पहनेने की छूट दी है जो पहले नहीं थी. उन्होंने कहा कि 60 साल की भी बंदिश खत्म की है.
मंत्री ने आगे और बदलाव देखे जाने की बात की. उन्होंने कहा कि जेल मैन्युअल को तो बहुत पहले बदल जाना चाहिये था.
इस अवसर पर जब जेल मे बंद कैदियों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि जेल मंत्री के संवाद का हम लोगों पर गहरा असर हुआ है. कैदियों ने कहा कि हम लोग अब अपने आपको सुधारने का प्रयास करेंगे.
इस अवसर पर जेल मंत्री ने जेल परिसर मे हवन यज्ञ भी किया. साथ ही जेल मे बंद महिला कैदियों के बच्चों के लिए जेल के अंदर ही चिल्ड्रन पार्क का भी उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने जेल मे बंद महिला कैदियों से भी संवाद स्थापित कर उनसे जुर्म छोड़ने की और मुख्य धारा मे लौटने की अपील की.
इस अवसर पर उन्होंने जेल अधिकारियों को जेल में ही एमएसएमई और लघु उद्योगों के माध्यम से कैदियों द्वारा बनाये गए उत्पादों की बिक्री के लिये जेल परिसर के बाहर एक काउंटर खोलने के भी निर्देश दिए.