Etah News: कनाडा में हुई बेटे की मौत, 10 दिन से शव को भारत लाने के लिए भटक रहे हैं लाचार बुजुर्ग पिता
Etah News: एटा जनपद में एक मजबूर पिता पिछले दस दिनों से भारत सरकार से उनके बेटे का शव कनाडा से भारत लाने की गुहार लगा रहा है. उनका बेटा पिछले 18 साल से कनाडा रह रहा था.
Etah News: यूपी के एटा जनपद (Etah District) में एक मजबूर पिता पिछले दस दिनों से भारत सरकार (Indian Government) से उनके बेटे का शव कनाड़ा से भारत (India) लाने की गुहार लगा रहा है. मजबूर पिता के पास इतने पैसे नहीं है कि वो अपने बेटे की लाश को कनाडा (Canada) से अपने गांव मंगा सके. दस दिनों से वो सांसदों, मंत्रियों, आला अधिकारियों के चक्कर काट काट कर बेटे का शव एटा स्थित उनके गांव लाने की विनती कर रहा है.
बेटे के शव को भारत लाने की गुहार
दरअसल एटा के रहने वाले सुभाष चंद्र पांडे का बेटा तरुण पांडे करीब 18 साल पहले भारत छोड़कर कनाडा में रहने लगा था. जहां वो ठेकेदारी का काम करता था. उसका एक 14 साल का बेटा भी है. लेकिन 4 सालों से उसके पत्नी रंजना शर्मा से ठीक संबंध नहीं थे, इसलिए पत्नी बेटे से अलग रहती थी. 23 अगस्त को तरुण पांडे की कनाडा के विक्टोरिया अस्पताल में बीमारी से मौत हो गई. पिता का कहना है कि वो हर महीने 15 हजार डॉलर पत्नी को देता था. अस्पताल ने पत्नी की लिखित स्वीकृति के बाद लाइफ सपोर्ट सिस्टम हटा दिया था, जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
कनाडा में इलाज के दौरान हुई बेटे की मौत
तरुण पांडे की मौत के बाद उनका शव कनाडा में ही रखा हुआ है. इधर लाचार पिता अपने बेटे का शव भारत वापस लाने के लिए अधिकारियों के चक्कर काटने का मजबूर हैं. अपने बेटे के शव को भारत वापस लाने के लिए लाचार पिता ने अधिकारियों, सांसदों, मंत्रियों सबकी चौखट पर गुहार लगाई है ताकि वो अपने बेटे का आखिरी बार चेहरा देख सके. लेकिन अभी तक उन्हें कहीं से कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल सका है. पिता का कहना है कि अगर कोई उनकी अपील सुन ले तो उनके बेटे का शव जल्द से जल्द भारत लाया जा सकता है.
डीएम ने दी ये जानकारी
वहीं एटा जिले के एडीएम प्रशासन आलोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि तरुण पांडे यहां के रहने वाले थे जो कि कनाडा में रह रहे थे उनकी इलाज के दौरान कनाडा में मौत हुई है. परिजनों ने उनके शव को एटा वापस लाने की अपील की है. इस बारे में विदेश मंत्रालय के सचिव को आख्या भेजी गई है. विदेश मंत्रालय द्वारा जल्दी कुछ ना कुछ निर्णय लिया जाएगा. उम्मीद है इसके बाद उनका शव लाया जा सकेगा.
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