UP News: उत्तर प्रदेश में बीजेपी द्वारा कराए जा रहे पसमांदा मुसलमानों (Pasmanda Muslims) के सम्मेलनों पर अब राजनीति गर्माने लगी है. जहां एक तरह विपक्ष इसे बीजेपी के 2024 के मिशन के तहत पसमांदा मुसलमानों का वोट हासिल करने की कवायद बता रहा है. वहीं बीजेपी इसको पसमांदा मुसलमानों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने और उनकी तरक्की से जोड़ रही है. उधर, एटा जनपद में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक शैफी (Ashfaq Shaifi) ने कहा कि बीजेपी सम्मेलन नहीं करा रही है बल्कि पसमांदा समाज के नेता कार्यक्रम आयोजित कर बीजेपी के नेताओं को सम्मानित कर रहे हैं.


यूपी में बढ़ा है मुसलमानों का जोश - अशफाक शैफी


अशफाक शैफी ने कहा, ' बीजेपी से जुड़कर मोदी जी और योगी जी को धन्यवाद देने के लिए ये पसमांदा समाज की रैलियां हो रहीं हैं और पूरे उत्तर प्रदेश में मुस्लिम समाज में जोश दिखा रहा है क्योंकि अबतक अन्य राजनैतिक पार्टियों ने मुस्लिमों को भय और भ्रम दिखाकर वोट लेने का काम किया है. पहली बार मुस्लिम जगा है उसने ये समझ लिया है कि 8 साल केंद्र और 6 साल की प्रदेश की सरकार में मोदी जी और योगी जी से बिना किसी भेदभाव के सभी समाज के गरीब और पिछड़ों के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं.


उन्होंने आगे कहा, 'रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीट पर बीजपी को मिली सफलता में पसमांदा मुसलमानों का बहुत बड़ा योगदान है. बीजेपी ने पसमांदा मुसलमान दानिश आजाद को राज्यमंत्री बनाया. कैफुल बरा अंसारी को उर्दू एकेडमी का चेयरमैन बनाया गया. इफ्तिखार अंसारी को मदरसा शिक्षा परिषद का चेयरमैन बनाया और मुझे अल्प संख्यक आयोग का अध्यक्ष बनाया. प्रदेश में जो पसमांदा मुसलमानों की आवाज उठ रही है वो पूरे देश तक जाएगी.'


ओवैसी के बयान पर किया पलटवार


पसमांदा मुसलमानों को लेकर एआईएमआईएम चीफ ओवैसी के बयान पर उन्होंने कहा, 'ओवैसी और उनके भाई को इस प्रकार की बयानबाजी में महारथ हासिल है. उन्होंने इस देश की संस्कृति, गंगा जमुनी तहजीब और भाईचारा को बांटने का काम  किया है. अब इस देश के मुसलमान इस बात को समझ चुके हैं. उनके बहकावे में नहीं आना चाहता. इस प्रकार के बयानों में नहीं आने वाला. इन्होंने देश को बांटने और देश में अराजकता फैलाने का काम किया है. वो अब इस देश का मुसलमान होने नहीं देगा.  


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