एटा: छापेमारी में जब्त करोड़ों रुपये की शराब पुलिस थाने से गायब होने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. इसका खुलासा शिकायत के बाद कल देर शाम की गई अलीगढ़ मंडलायुक्त और अलीगढ़ के आईजी की कार्रवाई में हुआ. जिला अधिकारी विभा चहल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने कोतवाली देहात में अचानक छापा मारा, तब जाकर एटा पुलिस की कारगुजारी सामने आई.
थाने से जब्त शराब के गायब होने का सनसनीखेज मामला
शराब माफियाओं से जब्त शराब कोतवाली देहात इंस्पेक्टर के आवास से बरामद हुई और गिनती के क्रम में 1400 पेटी शराब कम निकली, जबकि नियमानुसार पुलिस की कार्यवाही में बरामद शराब को मालखाने में रखना चाहिए था. मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना देहात कोतवाली इंस्पेक्टर इंद्रेश सिंह और हेड मोहर्रिर विशाल सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया. इसके अलावा उनके खिलाफ आईपीसी, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
पूरी घटना की जांच अलीगढ़ के एएसपी क्राइम विकास कुमार को सौंपी गई है. प्रदेश के आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने फोन पर कहा कि उन्हें इस सिलसिले में घटना की जानकारी नहीं है. उन्होंने एटा के आबकारी विभाग से प्रकरण की रिपोर्ट तलब की है. शराब के गोलमाल मामले की आशंका पर एटा एसएसपी सुनील कुमार सिंह ने अन्य थानों में भी शराब के भौतिक सत्यापन करवाने की बात कही है. गौरतलब है कि पंचायत चुनावों के मद्देनजर शराब माफियाओं पर भी नकेल कसने की बात कही जा रही है.
जब्त शराब कोतवाली देहात इंस्पेक्टर के आवास से बरामद
लेकिन, कोतवाली देहात के मामले की जांच गंभीरतापूर्वक करने पर पुलिस विभाग के कुछ बड़े अधिकारी और सिंडिकेट की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता. आपको बता दें कि इससे पहले भी एटा के आबकारी विभाग में जब्त बीयर की बोतलें आबकारी विभाग के इंस्पेक्टर रणविजय सिंह के सरकारी आवास से बरामद हो चुकी है. उनके खिलाफ मुकदमा लिखे जाने के बाद सस्पेंशन की कार्यवाही हुई थी.
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