Etah News: दिग्विजय सिंह के RSS की तुलना PFI से करने पर दिनेश शर्मा ने दी कड़ी प्रतिक्रिया, जानें- क्या कहा?
Former Deputy CM Dinesh Sharma: पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा आरएसएस की तुलना पीएफआई से करने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए उनका मानसिक संतुलन अव्यवस्थित बताया
Etah News: एटा (Etah) मे उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा (Dinesh Sharma) ने रविवार को कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा आरएसएस की तुलना पीएफआई से करने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए उनका मानसिक संतुलन अव्यवस्थित बताया और कहा कि आतंक फैलाने की कार्ययोजनाओं मे पकडे़ गए लोगों का सम्बन्ध पीएफआई से रहा है. उन्होंने मदरसों के सर्वे, वक्फ बोर्ड संपत्ति के सर्वे और मोहन भागवत के मस्जिद जाने पर भी अपना पक्ष रखा.
'मानसिक संतुलन इस समय अव्यवस्थित'
एटा मेआए उत्तर प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह द्वारा आरएसएस की तुलना पीएफआई से करने पर कहा कि मुझे दिग्विजय सिंह से बहुत सहानुभूति हैँ, सहानुभूति का कारण यही है कि उनका मानसिक संतुलन इस समय अव्यवस्थित हैँ और ये आज से नहीं है, काफ़ी समय से है. कई सालों से मानसिक विकारों का सामना वो कर रहे हैं और इसका दुष्परिणाम वो अपने जो अनियंत्रित बोल हैं उनके द्वारा रखते हैं.
राष्ट्रप्रेम और राष्ट्रद्रोह का अर्थ ही नहीं पता है. आरएसएस राष्ट्रप्रेम और राष्ट्र के प्रति समर्पित होने वाले लोगों का एक संगठन है तो वहीं पीएफआई तोड़ो संगठन है. समाज को तोड़ो, देश को तोड़ो. आंतक फैलाने की कार्य योजनाओं मे तमाम लोग पकडे़ गए और उनका सम्बन्ध पीएफआई से रहा है. पीएफआई और संघ दोनों की तुलना नहीं हो सकती. यह उनके दिमाग़ का फितूर है जो कभी-कभी अलादीन के जिन्न की तरह से निकल कर बाहर आता है और ज़ब ज़ब बाहर आता हैँ तब तब कांग्रेस का पतन और तेजी से शुरू होता है.
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आरएसएस संचालक मोहन भागवत के मस्जिद मे जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो भी राष्ट्र के प्रति समर्पित लोग हैं, उनसे मिलने मे कभी भी किसी को ऐतराज नहीं है. जहां तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का आप जिक्र कर रहे है. उस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं कर सकता हूं लेकिन मुस्लिम मंच उसमे भी बना है. बीजेपी मे भी अल्प संख्यक मोर्चा है, उसमे भी हमारे तमाम मुस्लिम भाई काम कर रहे हैं.
'मदरसों का सर्वे सरकार आधुनिकीकरण के लिए कर रही'
इस अवसर पर उन्होंने कहाँ कि मदरसों का सर्वे सरकार इनके आधुनिकीकरण के लिये कर रही है. उन्होंने कहा कि हम मदरसों मे मजहबी शिक्षा का विरोध नहीं करते लेकिन उनमे अच्छी आधुनिक शिक्षा भी मिलनी चाहिए इसीलिए उनमे एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम चलाया जा रहा है. यदि सर्वे मे कोई चीज अनुचित पायी जाती हैँ, कुछ शंसकित है तो उस पर कार्रवाई भी होगी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश मे कुल 16,513 मदरसे हैं जिनमे से 7,442 मदरसे आधुनिकीकरण योजना के अधीन हैं जिनमें शिक्षकों को 6 से 12 हजार रुपये मिलते हैं. 558 मदरसों को अनुदान मिलता हैँ और केवल 8513 मदरसे ही मान्यता प्राप्त हैं.
नीतीश कुमार द्वारा 2024 के लिये नया मोर्चा बनाने पर उन्होंने कहा कि ये पराजित, हतोत्साहित और बार-बार पराजय का मुंह देखने वालों का समूह हैं. जो चुनाव के पूर्व निकल आता है और गठबंधन बनाता है और फिऱ लठबंधन करता है जिसके बाद ये फिर बिखर जाता है. फिर चुनाव आतें हैं तो फिर शुरू करता है. ऐसे लोगों का वजूद न तो बिहार मे रहेगा और न पूरे भारत मे रहने वाला हैं. जब उनसे पूछा गया कि नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने की कह रहे हैं तो उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार प्रधानी का चुनाव लड़े.
इस अवसर पर उन्होंने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा पर कहा कि पहले वो कांग्रेस जोड़ें, उनके अपने सदस्यो के द्वारा कांग्रेस को तोड़ने का कार्य चल रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वालों के कंधे पर हाथ रखकर प्रोत्साहित करके राहुल गांधी उनके साथ फोटो खिंचाते हैं. इससे भारत नहीं जुड़ने वाला है, जो अपना घर नहीं जोड़ सकता वो देश क्या जोड़ेगा?
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