Etah News: एटा पुलिस  (Etah Police) ने एटीएम काटकर चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गैंग का खुलासा किया है. पुलिस ने 1 नवबंर की रात थाना कोतवाली नगर क्षेत्रांतर्गत एक्सिस बैंक एटीएम में हुई 26 लाख रुपए की नकबजनी की घटना में प्रकाश में आए 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही एटीएम से निकाले गए करीब 7.5 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं. पुलिस को  सूचना मिली कि थाना कोतवाली नगर क्षेत्रांतर्गत जीटी रोड पर अरुणा नगर के पास एक्सिस बैंक एटीएम मशीन को अज्ञात व्यक्तियों ने काटकर कैश चोरी किया गया है. इस सूचना पर स्थानीय पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर जानकारी की तो पता चला कि  कि 1 नवम्बर की रात को किन्हीं अज्ञात व्यक्तियों ने एटीएम मशीन को काटकर 26 लाख रुपए चोरी कर लिए हैं.


इस संबंध में प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली नगर पर मुकदमा दर्ज किया गया था. 21 नवम्बर को पैसा लेकर जाते समय आरोपी शहजाद और विनीता को एटा पुलिस ने कुरामई मोड थाना मिरहची से गिरफ्तार किया है. इनके कब्जे से 7.5 लाख रुपए बरामद किए गए है. गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेजा जा रहा है.


इस घटना में सामने आया है कि आरोपी शहजाद गैस वेल्डिंग का काम करता था और उसने एटीएम काटने की ट्रेनिंग अपने गांव के खुर्शीद और आदिल से ली थी. इस गिरोह द्वारा ज्यादातर पीएनबी, एसबीआई और एक्सिस बैंक के एटीएम टारगेट किए जाते है, क्योकि इनमे अधिक कैश भरा जाता है. इस घटना में सीएमएस कंपनी के स्टाफ ने नोट के बंडल पर लगे रैपर को खोलकर एटीएम मशीन के पास ही फेंक दिया था जिसके आधार पर ही आरोपियों ने रेकी करते समय एटीएम मशीन में भारी कैश होने का अनुमान लगाया था. गिरोह का सरगना मानपाल है जो पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है


अलग-अलग राज्यों में कर चुके हैं वारदातें 
यह गिरोह अलग-अलग राज्यों में कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है. एटीएम नकबजनी की घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है. मुरैना नकबजनी की घटना में शहजाद मुरैना जेल में बंद था जहां उसकी मुलाकात देवेन्द्र, वीरेश और मानपाल से हुई जो एटीएम बदलकर धोखाधड़ी करने के मामले में जेल गए थे. मुरैना जेल में आरोपी मानपाल, वीरेश और देवेंद्र ने एटीएम काटने की योजना बनाई और शहजाद को अपने यहां बुलाया. घटना से एक हफ्ते पहले शहजाद मानपाल के घर मौहल्ला भूतेश्वर बिलराम गेट थाना कोतवाली जनपद कासगंज आया था और वहीं रह रहा था. इसके अलावा मानपाल ही गैस कटर और स्प्रे लेकर लाया था. घटना से एक दिन पहले चारों आरोपियों ने धुमरी, अलीगंज, मैनपुरी, जलेसर और एटा में लगे बैंकों के एटीएम की रैकी की गई थी. 


पुलिस ने दोनों को पकड़ा 
शहजाद ने सभी पैसों को ट्रे सहित एटीएम से निकाल कर एक बैग में भर लिया और गैस कटर और सिलेंडर को गाड़ी में रख कर कासगंज रोड पर गिरोरा से आगे नहर की पटरी होते हुए मानपाल के घर पहुंचे और वहीं पर पैसों का बंटवारा किया था. पैसा बांटने के बाद चारों लोग कासगंज पहुंचे और काली नदी पुल पर कैश की प्लास्टिक की ट्रे और स्प्रे को नदी में फेंक दिया था. शहजाद को कासगंज में उतारकर वीरेश और देवेंद्र गाड़ी लेकर चले गए. जब शहजाद को मानपाल, वीरेश और देवेंद्र की गिरफ्तारी का पता चला तो उसने वीरेश की पत्नी विनीता से अपने 5 लाख लिए और विनीता को साथ लेकर वकील से मुलाकात करने के लिए जा रहा था. इसके बाद पुलिस ने दोनों को पकड़ दिया. 


एटा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह ने बताया कि एक्सिस बैंक के एटीएम का अलार्म थाने से और बैंक के जिम्मेदार लोगों से कनेक्ट नहीं था. अलार्म को क्रिएट करने वाला सेंसर भी नहीं लगा था. उन्होंने बताया कि  एटीएम के सीसीटीवी कैमरों में गाड़ी की  धुलाई करने वाला स्प्रे किया गया था. इस कांड के अभियुक्तों मानपाल, देवन्द्र, वीरेश की शहजाद से पहली मुलाक़ात मुरैना जेल मे हुई थी .इस पूरे गिरोह का मास्टर माइंड आगरा का रहने वाला रानू पंडित है.


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