Etah: बेटे के ऑनलाइन गेम खेलने की लत ने रिटायर्ड फौजी पिता को किया कंगाल, 39 लाख का लगा चूना
उत्तर प्रदेश के एटा में बेटे के ऑनलाइन गेम खेलने की लत ने पिता को 39 लाख रुपये का चूना लगा दिया. उनका नाबालिग बेटा बैटल ग्राउंड गेम खेला करता था.
UP News: नाबालिग बेटे के ऑनलाइन गेम खेलने की लत ने उसके रिटायर्ड फौजी पिता को कंगाल कर दिया. जिंदगी भर की खून-पसीने की कमाई मिट्टी में मिल गई. यह घटना एटा की है जहां एक व्यक्ति को 39 लाख का नुकसान झेलना पड़ा है. पीड़ित व्यक्ति ने आगरा में सिंगापुर की गेमिंग कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी और साइबर क्राइम की रिपोर्ट दर्ज कराई है.
बैंक जाने पर पता चली पूरी कहानी
दरअसल, पूरी घटना एटा जनपद के अलीगंज थाना क्षेत्र के कैल्ठा गांव की है जहां के रिटायर्ड फौजी कोतवाल सिंह यादव को बेटे की ऑनलाइन गेम खेलने की आदत के कारण 39 लाख का चूना लगा है. पीड़ित पिता के अनुसार उनको बैंक खाते से पैसा काटने की जानकारी उस वक्त हुई जब वह अलीगंज बैंक शाखा में अकाउंट चेक करने गए थे. जानकारी होने सेवानिवृत्ति फौजी ने एक महीने पहले रेंज साइबर थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है.
100 से ज्यादा बार हुए ट्रांजेक्शन
शिकायत पर साइबर सेल की टीम ने जांच पड़ताल की और मामला साफ होने पर सिंगापुर की कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट की धारा के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गई. रिटायर्ड फौजी पिता ने बताया कि उनका बेटा मनीष कुमार बैटल ग्राउंड नाम का गेम खेलता था. जिसको वह महीनों तक खेलता रहा. इस दौरान उनके खाते से 100 से ज्यादा बार ट्रांजेक्शन हुए. कोतवाल सिंह ने बताया कि उनके खाते से धीरे-धीरे 39 लाख रुपये निकल गए. इतने बड़े नुकसान के कारण कोतवाल सिंह काफी परेशान हैं.
बता दें कि बैटल ग्राउंड मोबाइल इंडिया पबजी का भारतीय वर्जन है. इसको सिंगापुर की क्राफ्टन कंपनी ने तैयार किया है. पीड़ित के खाते से कटी हुई रकम सिंगापुर की कंपनी क्राफ्टन के खाते में ट्रांसफर हुई है. इस कंपनी का बैटल ग्राउंड गेम ऑनलाइन गेम की दुनिया में काफी मशहूर है. इसे खेलते समय खिलाड़ी को तरह-तरह के हथियारों की जरूरत होती है. उन हथियारों को ऑनलाइन पेमेंट करके खरीदना पड़ता है. यह गेम पिछले कुछ महीने पहले भारत में काफी प्रचलित हुआ था.
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