Etah News: आने वाले चुनावों को लेकर शिवापल यादव का बड़ा एलान, अखिलेश यादव पर साधा निशाना
UP News: शिवपाल यादव ने कहा कि वे आगामी निकाय चुनाव, मेयर चुनाव और 2024 लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा, वे सभी को इकठ्ठा कर रहे हैं और गठबंधन का विकल्प खुला है.
Uttar Pradesh News: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) जहां एक ओर विधायकों के साथ लखनऊ में सडक पर मार्च निकालकर संघर्ष कर रहे थे तो वहीं दूसरी और उनके चाचा शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) भी सोमवार को यूपी में एटा (Etah) की सड़कों पर यदुकुल पुनर्निर्माण मिशन में पूर्व सांसद डीपी यादव के साथ यादव बिरादरी को अपने पक्ष में कर भतीजे अखिलेश यादव को कमजोर कर रहे थे. सियासी गलियारों में इस धमा-चौकड़ी को मिशन 2024 में यादव मतदाताओं का ध्रुवीकरण कर अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी को कमजोर करने की सोची समझी चाल मानी जा रही है. शिवपाल यादव और डीपी यादव दोनों के भाषणों में अखिलेश यादव के खिलाफ टीस और तल्खी देखने को मिली. शिवपाल यादव ने तो खुलकर ऐलान कर दिया कि वे आगामी निकाय चुनाव, मेयर चुनाव और 2024 का लोकसभा चुनाव (Lok Sabha election 2024) भी लड़ेंगे. उन्होंने ये भी साफ किया कि वे सभी को इकठ्ठा कर रहे हैं और गठबंधन का विकल्प भी खुला हुआ है.
अखिलेश यादव पर साधा निशाना
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के संरक्षक शिवपाल यादव और यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद डीपी यादव ने एटा के जिला पंचायत परिसर में आयोजित जनसभा में प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप में अखिलेश यादव पर तीखे प्रहार किए. शिवपाल यादव ने जनसभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस समय उत्तर प्रदेश और हिंदुस्तान में जो हो रहा है, अच्छे हालात नहीं हैं. किसानों, नौजवानों और मुसलमानों के सामने दिक्कतें हैं. नौकरशाही की मनमानी चल रही है. आज नौकरशाही सरकार के भी नियंत्रण में नहीं है. हम जानते हैं कि आपके सामने परेशानियां हैं और उन परेशानियों को सुनने वाला कोई नहीं है लेकिन समय परिवर्तनशील है, जब जनता मन बना लेती है तो परिवर्तन होता है.
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कर रहे हैं सबको इकट्ठा-शिवपाल
शिवपाल ने कहा कि, हमनें यदुकुल पुनर्जागरण मिशन बनाया है जिससे शोषितों, पीड़ितों की मदद करनी है. अन्याय कभी जीता नहीं है, हमेशा हारा है. हमनें 17, 19 और 2022 में भी प्रयास किया था सम्मान दे दिया जाता तो उत्तर प्रदेश में परिवर्तन हो जाता. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में परिवर्तन होगा, हम सबको इकठ्ठा कर रहे हैं. अब जितनी भी भ्रस्ट नौकरशाही है उसके विरोध में आवाज उठानी है. लोकतंत्र को बचाना है, नौकरशाही को भगाना हैं, यही नारा है. अब हम लोग सड़कों पर निकलेंगे, किसान, नौजवान और मुसलमान को एक करेंगे. अगर जेल भी जाना पड़ा तो जायेंगे.
खुला है गठबंधन का विकल्प-शिवपाल
शिवपाल यादव से जब पूछा गया कि क्या इस संगठन के माध्यम से आप 2024 के लिये कोई विकल्प देना चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि, वैसे तो हमारी मंशा नहीं है लेकिन हम लोग राजनीति में हैं. चुनाव में जाएंगे. हमारा लक्ष्य है कि हमारे लोग जीते सरकार में भी रहें, सरकार भी बनायें. 2024 के चुनाव में जायेंगे और उससे पहले नगर पालिका के चुनाव में भी जायेंगे. हम तो चाहेंगे कि सब इकठ्ठे हो जाएं और सरकार में रहें, सरकार बनाये. जब उनसे पूछा गया कि क्या आगे किसी पार्टी से गठबंधन भी करेंगे तो उन्होंने कहा कि विकल्प खुला है और जब 6 महीना रह जायेंगे तब ये बात करना.
नजरअंदाज किए जाने पर क्या कहा
शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि 17 में, 19 में और 22 में यदि हमारी बात मान ली गयी होती तो आज हम सत्ता से बाहर नहीं होते. जब उनसे पूछा गया कि क्या आप मानते हैं कि आपको उपेक्षित किया गया आपकी पूरी बिरादरी को उपेक्षित किया गया जिससे आपको यदुकुल को इकट्ठा करने की नौबत आयी तो इससे इंकार करने के बजाय उन्होंने कहा कि, ये सब देश और पूरा प्रदेश जानता है.
पूर्व सांसद डीपी यादव ने क्या कहा
इस अवसर पर यदुकुल पुनर्जागरण सम्मलेन के अध्यक्ष और पूर्व सांसद डीपी यादव ने मंच पर बोलते हुए अखिलेश यादव पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि एक पत्थर शिवपाल यादव के रूप में समाजवादी की बुनियाद में लगा है. तकलीफ इस बात की है कि जब आप किसी बुनियाद के पत्थर को निकालकर फेंकोगे या गिराओगे तो तुम्हारी इमारत का क्या होगा? बुनियाद ही तो इमारत को मजबूती देती हैं. डीपी यादव से जब पूछा गया कि इसके क्या उद्देश्य हैं तो उन्होंने कहा कि लोगों कि भलाई, बेरोजगारों को रोजगार, नौजवानो को शिक्षा, गरीबों की परवरिश इसके उद्देश्य हैं. हम उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे, सरकारों से निवेदन करेंगे कि वे उनतक पहुंचें, काम करें. उन्होंने स्वीकार किया कि यदुकुल के साथ-साथ बहुत सारा समाज उपेक्षित हो गया है.