UP Politics: अखिलेश यादव के देवरिया दौरे पर सियासत शुरू, BJP सांसद बोले- 'गुंडा, माफिया को कष्ट होने पर...'
Etawah News: जातीय गणना की मांग पर बीजेपी सांसद ने कहा कि विपक्ष फूट डालो राज करो की राजनीति कर रहा है. सुब्रत पाठक ने कन्नौज से अखिलेश यादव के चुनावी ताल ठोकने पर भी प्रतिक्रिया दी.
UP News: कन्नौज (Kannauj) लोकसभा सीट से बीजेपी (BJP) सांसद सुब्रत पाठक (Subrat Pathak) ने कहा कि देश को पहली बार सनातन आचरण का प्रधानमंत्री मिला है. उन्होंने प्रधानमंत्री पद पर रहते धार्मिक अनुष्ठान करने के लिए नरेंद्र मोदी की सराहना की. उन्होंने कहा कि पहली बार देश को केदारनाथ में जाकर तपस्या करने वाला प्रधानमंत्री मिला है. कन्नौज सांसद ने विपक्षी पार्टियों के शासनकाल में कांवडियों पर पत्थर बरसाए जाने की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ की. उन्होंने अंग्रेजों और मुगलों का उदाहरण देते हुए कहा कि सनातन धर्म को समाप्त करने वाले खुद समाप्त हो गए. सांसद सुब्रत पाठक इटावा (Etawah) के भरथना धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. उन्होंने ग्राम कंधेशी पचार पहुंचकर द्वितीय नव दुर्गा पूजा महोत्सव का शुभारंभ किया.
'इंडिया गठबंधन का घमंड सामने आने लगा'
कार्यक्रम में पहुंचे बीजेपी सांसद का सर्वसेवा समिति के पदाधिकारियों ने फूल माला पहनाकर सम्मानित किया. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन को भी निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन का धीरे धीरे घमंड सामने आ रहा है. विपक्षी मोर्चे में शामिल दलों की सोची समझी देश विरोधी साजिशें हैं. अखिलेश यादव के कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा पर उन्होंने कहा कि पिछली बार का क्या नतीजा निकला. उन्होंने सपा प्रमुख के देवरिया दौरे पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में गुंडा, माफिया, लफंगा को कष्ट होने पर सबसे ज्यादा चिंतित अखिलेश यादव होते हैं.
जातीय गणना पर क्या बोले बीजेपी सांसद?
जातीय गणना की मांग पर उन्होंने कहा कि विपक्ष फूट डालो राज करो की राजनीति कर रहा है. अब विपक्ष का दांव नहीं चलनेवाला है. इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग के फार्मूले पर बीजेपी सांसद ने विपक्ष का मुद्दा बताया. अखिलेश यादव के गेट फांद कर जेपी नारायण इंटरनेशनल सेंटर जाने पर कहा कि सपा आराजक लोगों की पार्टी है. नेता के अराजकता पर उतरने से अंदाजा लगाया जा सकता है कि समर्थकों का क्या हाल होगा. बसपा से गठबंधन पर उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव मायावती की जमीनी ताकत समझ गये हैं. सपा की हार को देखकर अखिलेश यादव मायावती से गठबंधन करने के इच्छुक हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि सपा सरकार में लूट खसोट का काम हुआ है. गैस सिलेंडर की बात करनेवालों को गरीबों की चिंता भी करनी चाहिए.