Etawah News: उत्तर प्रदेश के इटावा में बकरियां चराने गई 13 साल की बच्ची शालू पर मगरमच्छ ने हमला कर दिया और उसे चंबल नदी में खींच ले गया. शालू के पिता जगपत सिंह भदौरिया ने उसे बचाने की कोशिश की, वह भी हमले में घायल हो गया. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चंबल अभयारण्य और पुलिस की टीमों ने स्थानीय गोताखोरों और मोटर बोट की मदद से लड़की के शव की तलाश शुरू कर दी है. हालांकि गुरुवार देर रात तक शव नहीं निकाला जा सका था.


क्या है पूरा मामला?


बाप-बेटी बकरी चराने के लिए नदी किनारे गए थे. पुलिस के मुताबिक घटना उस वक्त हुई जब शालू नदी के पास बकरियों को पानी देने गई थी. अचानक एक मगरमच्छ निकला और शालू को नदी में खींच लिया. चंबल अभयारण्य के एक रेंजर ने कहा कि हमने निवासियों को नदी और आसपास के जलाशयों में न जाने की चेतावनी दी है, जल स्रोतों के पास मवेशियों को चराने से परहेज करें.


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जब चंदौली में 12 साल के बच्चे को बनाया शिकार


ऐसा पहली बार नहीं है हुआ है. इससे पहले भी हाल ही में यूपी के चंदौली में सिकंदरपुर गांव के पास चंद्रप्रभा नदी के किनारे खेल रहे एक 12 साल के बच्चे को मगरमच्छ ने तालाब में खींच लिया. जिससे डूबने से उसकी मौत हो गई. हालांकि शोर-शराबा सुनकर मौके पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई और ग्रामीणों ने काफी कोशिशों के बाद किशोर के शव को नदी से बाहर निकाला. वहीं आक्रोशित लोगों ने बच्चे के शव को सड़क पर रखकर चकिया मुगलसराय मार्ग को जाम कर दिया. बाद में मौके पर पहुंचे एसडीएम चकिया के आश्वासन के बाद जाम समाप्त हुआ.


दरअसल चकिया कोतवाली अंतर्गत विजयपुरवा गांव में अपनी मां के साथ 12 वर्षीय चंदन चंद्रप्रभा नदी पर पहुंचा था. चंद्रप्रभा नदी कहर पतवार और जलकुंभी से पटी पड़ी थी जिस कारण झाड़ झंखाड़ के बीच छिपा मगरमच्छ मां-बेटे को नजर नहीं आया. इसी दौरान नदी किनारे खेल रहे चंदन को मगरमच्छ ने पैरों की तरफ से पकड़ लिया और नदी में खींच ले गया.


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