लखनऊ: उत्तर प्रदेश के इटावा एंबुलेंस कर्मियों की भर्ती प्रक्रिया के अंतिम दिन सैकड़ों अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ी है. पुलिस मॉर्डन स्कूल में फार्म जमा करने को लेकर व नुमाइश मैदान में एम्बुलेंस ड्राइविंग ट्रायल के दौरान सेकड़ों अभ्यार्थियों का हुजूम जमा हुआ. वहीं, पुलिस की मौजूदगी में प्रक्रिया का चलन हो रहा है. हालांकि, अभ्यर्थियों ने कंपनी पर चयन प्रक्रिया को लेकर लगाए आरोप


जीवीके कंपनी के द्वारा कराई जा रही एंबुलेंस भर्ती प्रक्रिया के अंतिम दिन आज पुलिस मॉडर्न स्कूल में फार्म जमा करने के लिए सैकड़ों अभ्यर्थियों जिसमें पुरुष एवं महिलाएं शामिल थी. कोरोना काल के इस दौर में चल रही भर्ती प्रक्रिया में कोविड प्रोटोकॉल का पालन होते हुए बिल्कुल नहीं दिखा. जिसके बाद इस भारी भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को बल का सहारा लेना पड़ा.


कोविड प्रोटोकॉल के कोई इंतजाम नहीं दिखाई दिए


दरअसल, अंतिम दिन फॉर्म जमा करने के लिए पुलिस मॉडर्न स्कूल का गेट खुलते ही सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थी उमड़ पढ़ें. फॉर्म जमा करने के बाद अभ्यर्थियों को एम्बुलेंस ड्राइविंग ट्रायल के लिए नुमाइश मैदान में भेजा जा रहा था. यहां पर भी सैकड़ों के हुजूम के बीच केवल दो एंबुलेंस से ही ट्रायल चल रहा था. जिसके चलते नुमाइश मैदान में काफी भीड़ जमा गई. वहीं हड़ताली कर्मचारियों को बर्खास्त कर नई भर्ती करने वाले जीवीके कंपनी के द्वारा कोविड प्रोटोकॉल के कोई इंतजाम नहीं दिखाई दिए.


हड़ताली कर्मचारियों को डराने के लिए की गई ये प्रक्रिया- अभ्यर्थियों


वहीं अभ्यर्थियों ने भर्ती कर रही कंपनी पर पारदर्शिता को लेकर भी आरोप लगाए. अभ्यर्थियों का कहना था कि केवल हड़ताली कर्मचारियों को डराने के लिए यह सब किया जा रहा है.


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