Etawah News: इटावा (Etawah) के जिला अस्पताल के 600 यूनिट क्षमता वाले ब्लड बैंक में केवल 15 यूनिट ब्लड शेष बचा है,. वहीं ब्लड बैंक में चार ग्रुप ए पॉजिटिव, ए नेगेटिव, बी नेगेटिव, ओ निगेटिव, ब्लड पूरी तरह से खत्म हो चुका है, जिसके बाद ब्लड की कमी से खास तौर पर गर्भवती महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जहां एक ओर प्रदेश के डिप्टी सीएम ने गर्भवती महिलाओं को बगैर डोनर के ब्लड उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, तो वहीं जिला अस्पताल में चार ग्रुप का ब्लड न होने से मरीजों और गर्भवती महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है.
इटावा जिला अस्पताल का ब्लड बैंक, ब्लड की भारी कमी से जूझ रहा है, तो वहीं हालत यह है कि चार ब्लड ग्रुप जिनमें ए पॉजिटिव, ए नेगेटिव, बी नेगेटिव, ओ पॉजिटिव, ओ निगेटिव ब्लड ऐसे 5 ग्रुप हैं, जो पूरी तरह से खत्म हो चुके है, जिसकी गवाही ब्लड बैंक में लगा चार्ट दे रहा है.
600 यूनिट क्षमता वाले ब्लड बैंक में सिर्फ 15 यूनिट ब्लड
अब ऐसे में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गर्भवती महिलाओं को बिना डोनर के जिला अस्पताल में ब्लड देने के जो आदेश दिए थे उससे अगर गर्भवती महिलाओं को ब्लड की जरूरत पड़ती है और इन महिलाओं के साथ इमरजेंसी पड़ने पर उनका कोई अपना डोनर साथ न हुआ तो हालत बिगड़ सकते हैं. अस्पताल के 600 यूनिट क्षमता वाले ब्लड बैंक में केवल 15 यूनिट ब्लड शेष बचा है.
इस बारे में ब्लड बैंक प्रभारी डॉक्टर नीतू द्विवेदी ने कहा कि 5 माह पहले भी एक बार और ऐसी स्थिति बनी थी, उन्होंने कहा कि ब्लड डोनेट करने के लिए लोगों को और अधिक जागरूक करने की जरूरत है. वहीं बीते दिनों पड़ी कड़ाके की ठंड की वजह से भी लोगों ने ब्लड डोनेट करने में रुचि नहीं दिखाई, पिछले महीने लगे रक्तदान शिविर में भी लोग काफी कम संख्या में ब्लड डोनेट करने पहुंचे. जिला अस्पताल में हर महीने 400 यूनिट ब्लड की आवश्यकता पड़ती है, जिसमें 350 यूनिट ब्लड एक्सचेंज किया होता है.
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