UP News: इटावा (Etawah) में 18 दिन बीत जाने के बाद भी सरकारी गेंहू क्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. वहीं इटावा सांसद रामशंकर कठेरिया (Ram Shankar Katheria) ने मंडी स्थित सरकारी क्रय केंद्रों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट और जिला कृषि अधिकारी को किसानों को और बेहतर सुविधाएं देने के लिए कहा, जिससे किसान सरकारी गेंहू क्रय केंद्रों तक पहुंचे. 


आढतियों के यहां क्या है कीमत?
वहीं निजी आढतियों के यहां गेंहू का अच्छा भाव मिलने और नकद रकम मिलने से किसान आढतियों को बेच रहे हैं. आढतियों के यहां गेंहू प्रतिदिन एक हजार किवंटल से अधिक की खरीद हो रही है. वहीं जनपद में बने 58 सरकारी केंद्रों पर गेंहू का अभी तक एक दाना तक नहीं बिका है. वजह एक अप्रैल से खुले सरकारी केंद्रों पर गेंहू का समर्थन मूल्य 2025 रुपये प्रति किवंटल है. वहीं आढतियों के यहां गेंहू का भाव 2150 रुपये प्रति किवंटल चल रहा है.


क्या बोले किसान?
किसानों का कहना है कि एक तो सरकारी केंद्रों पर भाव कम है ऊपर से मानकों के झंझट, बारदानें की कमी और रकम का तुरंत न मिलना समेत कई समस्या है. तो वहीं आढतियों के यहां गेंहू का भाव ज्यादा मिल रहा है. वे तुरंत नकद रकम और दूसरी सुविधाओं के चलते आढतियों को बेच रहे हैं. सांसद ने कहा है कि हम अपनी रिपोर्ट शासन तक भेजेंगे, जिससे किसानों को और अधिक भाव मिल सके. 


क्या बोले सांसद?
वहीं सांसद रामशंकर कठेरिया ने माना कि सरकारी केंद्रों पर समर्थन मूल्य थोड़ा कम है. जिसके चलते किसान निजी आढतियों को अपना गेहूं बेच रहा है. वहीं सांसद ने कहा कि अभी खेतों में गेहूं खड़ा है. अभी पूरी तरह से गेहूं का कटान नहीं हुआ है. उम्मीद है कि जल्दी किसान सरकारी क्रय केंद्रों पर आएगा. वहीं जिला कृषि अधिकारी से सांसद ने शासन को रिपोर्ट भेजने को कहा, साथ ही मोके पर मौजूद सिटी मजिस्ट्रेट राजेन्द्र प्रसाद को मंडी में आने वाले किसानों को अधिक सुविधाएं देने के लिए भी कहा है.


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