UP News: इटावा के डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जिला अस्पताल में बिजली नहीं रहने से मरीजों की परेशानी बढ़ गई. अस्पताल में जनरेटर, इनवर्टर और सौर ऊर्जा की व्यवस्था होने के बावजूद चारों तरफ अंधेरा पसरा रहा. देर शाम आई तेज आंधी की वजह से अस्पताल की बिजली गुल हो गई थी. जिला अस्पताल का परिसर अंधेरे में डूब गया. तीमारदार गर्मी को मात देने के लिए हाथों से पंखा झलते नजर आए. दरअसल, बिजली के तारों पर नीम का पेड़ गिर गया था. देर रात तक बिजली गुल रही. डॉक्टरों को टॉर्च जलाकर मरीज का टांका लगाना पड़ा. स्टाफ रूम से लेकर मरीजों के वार्डो में चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा नजर आया.


मुश्किल में अस्पताल के मरीज


मरीज मोबाइल की रोशनी में नजर आया तो कहीं पर हाथों से पंखा करता हुआ दिखाई दिया. इमरजेंसी की ओटी में लाइट धीमी होने की वजह से डॉक्टर को मोबाइल जलाकर टांका लगाना पड़ा. अस्पताल के वार्डो में कहीं पर इनवर्टर काम करता हुआ नजर आया. लेकिन पंखा ना चलने की वजह से मरीज और परिजन पसीना पसीना नजर आए. जिला अस्पताल में रोशनी के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. जनरेटर, इनवर्टर और सौर ऊर्जा की सुविधा मौजूद है.


चारों तरफ अंधेरे का हुआ बसेरा


उसके बावजूद अस्पताल में चारों तरफ अंधेरा ही अंधेरा पसरा रहा. अस्पताल में भर्ती मरीजों ने बताया कि पिछले एक घंटे से बिजली नहीं आने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. जानकारी लेने पर कोई भी स्टाफ सहयोग नहीं कर रहा है. जिला अस्पताल के प्रभारी सीएमएस राजकिशोर का कहना है कि आंधी की वजह से नीम का पेड़ टूट कर बिजली तार पर गिर गया था. जिसकी वजह से बिजली चली गई है लेकिन अस्पताल में इनवर्टर की व्यवस्था है. अस्पताल में मरीजों को किसी तरह की समस्या नहीं है. जल्द से जल्द बिजली के तारों को ठीक करा दिया जाएगा. 


UP News: गोंडा में 35 टीचरों का वेतन रोकने का जारी हुआ फरमान, स्कूलों से गायब रहने पर कार्रवाई