UP News: इटावा में भीषण गर्मी के बीच बिजली विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए बिजली का बिल ना जमा करने की वजह से 15 गांवों की बिजली काट दी है. पिछले 3 दिन से बिजली कटने से गांव नगला पुल के ग्रामीणों का बुरा हाल है. भीषण गर्मी के चलते गाँव मे कई बच्चे बीमार हो गए हैं. बिजली नहीं होने की वजह से गांवों में पीने के पानी की किल्लत हो गई है. लोग 200 रुपये देकर जनरेटर के माध्यम से पानी का जुगाड़ कर रहे हैं. जिले के अधिशाषी अभियंता ने कहा मानवीय आधार पर चाह कर भी बिजली नही दे सकते हमे भी बिजली खरीदनी पड़ती है जिसके लिए एडवांस पैसा देना होता है, ग्रामीण इलाकों में मात्र 30 प्रतिशत बिल जमा हो रहे हैं.


सिर्फ 5 घरों ने बिल जमा किया


एक तरफ भीषण गर्मी के चलते लोग परेशान हैं तो वही बिजली के बिल जमा न करने के चलते इटावा के बिजली विभाग ने जनपद के ऐसे 15 गांव की बिजली पूरी तरह से काट दी है जहां पर बिजली के बिल पिछले कई महीनों से जमा नहीं हो रहे हैं, लेकिन भीषण गर्मी के चलते इन दिनों बिजली पूरे गांव की काटना मानवीय दृष्टिकोण से सही नहीं कही जा सकती है. क्योंकि गर्मी के मौसम में जहां पानी की बेहद आवश्यकता होती है वहीं बिजली कटने से ग्रामीण इलाकों में पीने का पानी भी नहीं मिल पा रहा है. इन 15 गांव में से एक गांव नगला पुल है जो कि थाना वैदपुरा के अंतर्गत आता है इस गांव की भी बिजली 4 दिन पहले विभाग के द्वारा काट दी गई. गांव में 65 परिवार बिजली कनेक्शन लिए हुए हैं जिसमें से बिजली विभाग की मानें तो मात्र 5 घरों से ही बिजली का बिल जमा किया गया. ऐसे में पूरे गांव की बिजली काटना बिजली विभाग के लिए मजबूरी हो गई थी.


भीषण गर्मी बच्चे हुए बीमार


जब एबीपी गंगा ने इस गांव का जायजा लिया तो गांव के हालात बद से बदतर नजर आये. पिछले 4 दिनों से बिजली कटने से गांव में कई बच्चे और बेटियां डायरिया के चलते बीमार हो गए. कुछ बच्चों को तेज बुखार ने जकड़ लिया जिनका घरों में ही इलाज चल रहा है. ग्रामीण सतीश ने बताया कि 4 दिन से गांव की बिजली कटी हुई है भीषण गर्मी के चलते उनके 12 साल के बेटे को तेज बुखार आ गया है. बिजली ना आने के चलते सबसे बड़ी समस्या पानी की आ रही है. जानवरों को भी पानी नहीं मिल पा रहा है साथ ही पीने के पानी की भी बड़ी किल्लत हो गई है. 4 दिन के बाद गांव वालों ने मिलकर एक जनरेटर का प्रबंध किया है जिसके जरिए पीने का पानी का इंतजाम किया जा रहा है. पीने का पानी भरने के लिए जनरेटर वाला प्रत्येक घर से 200 रुपये ले रहा है. वहीं गांव में ही सावित्री देवी के बेटे की 4 दिन पहले ही शादी थी तब घर में बिजली आ रही थी, लेकिन जैसे ही मैनपुरी जिले के गांव से बहू शालिनी की विदा करा कर लाए हैं तब से ही बिजली विभाग ने पूरे गांव की बिजली काट दी. जिसके चलते घर में आए मेहमान तो परेशान है ही साथ ही नई दुल्हन भी भीषण गर्मी के चलते बिजली ना आने से बेहद परेशान हैं.


बिजली अभियंता ने ये कहा


सास सावित्री देवी ने बताया कि बिजली ना आने के चलते बहुत परेशान हैं. साथ ही बेटी भी गर्मी के चलते बीमार हो गई है जिसका इलाज घर में ही चल रहा है. गांव वालों का कहना है कि भीषण गर्मी में इस तरह से पूरे गांव की बिजली काट देना बिजली विभाग का गलत फैसला है. इस बारे में जिले के अधिशासी अभियंता संदीप अग्रवाल का मानना है कि मानवीय दृष्टिकोण से भीषण गर्मी में पूरे गांव की बिजली काट देना सही नहीं कहा जा सकता है, लेकिन हमारी भी मजबूरी है जो बिजली हम दे चुके हैं. उसका पैसा जब तक हमें नहीं मिलेगा तब तक हम आगे की बिजली कैसे खरीद पाएंगे. हमें भी बिजली खरीदने के लिए एडवांस में पैसा जमा करना होता है.


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इटावा में इतने बिजली उपभोक्ता हैं


अधिशासी अभियंता संदीप अग्रवाल की मानें तो है इटावा में 2 लाख 5 हजार बिजली उपभोक्ता है. इनमें से शहरी क्षेत्र में 55 हजार और ग्रामीण क्षेत्र में 1 लाख 50 हजार बिजली उपभोक्ता हैं, जिसमें शहरी क्षेत्र में मात्र 30% उपभोक्ता ही बिल जमा करते हैं. वही ग्रामीण क्षेत्र में मात्र 20% ही लोग बिल जमा कर रहे हैं. ऐसे में हम लोगों के लिए शासन स्तर पर जवाब देना मुश्किल हो जाता है जिसके चलते ही इटावा जनपद में 15 गांव की बिजली काटी गई है. अधिशासी अभियंता ने कहा कि ओटीएस स्कीम का फायदा ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों को उठाना चाहिए ओटीएस योजना के तहत पंजीकरण कराकर बिजली का बिल जमा करने की सुविधा उठाएं.


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