Etawah News: इटावा में अवैध ओवरलोड खनन पर लगातार कार्रवाई करने के चलते ज़िले के खनन अधिकारी को जान से मारने की धमकी मिली है. धमकी देने वाले व्यक्ति ने कहा कि हम तो फांसी लगाकर मरेंगे ही लेकिन पहले तुम्हे भी मार देंगे. बता दें कि ओवरलोड खनन माफियाओं पर कार्रवाई के चलते खनन माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है. इस बारे में इटावा एसपी ने बताया कि खनन अधिकारी के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा लिखा गया है. इस नंबर को ट्रेस कर धमकाने वाले व्यक्ति की शीघ्र गिरफ्तारी के लिए सर्विलांस टीम को जिम्मेदारी दी गई है. 


क्या है पूरा मामला?
मध्यप्रदेश के फोन नंबर से खनन अधिकारी सुभाष सिंह को धमकी देने का फोन आया है. जिन्हें चैकिंग के दौरान ये धमकी दी गई. अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई करके सुभाष सिंह अब तक करोड़ो रूपये राजस्व की वसूली कर चुके हैं. साथ ही 24 घंटो में 18 घंटे तक लगातार पिकेट पर ड्यूटी दे रहे है. ऐसे में खनन माफियाओं के होश उड़े हुए है जिसके चलते खनन माफियाओं ने खनन अधिकारी सुभाष सिंह को फोन के माध्यम से धमकी दी है कि हम तो फांसी लगाकर मरेंगे ही लेकिन तुम्हे पहले मार देंगे. खनन अधिकारी ने उक्त मामले की जिलाधिकारी व एसएसपी को फोन पर सूचना दी.


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धमकी में ये कहा 
खनन अधिकारी सुभाष सिंह के सीयूजी नंबर पर सोमवार को एक फोन आया और उस व्यक्ति ने खुद को ग्वालियर का निवासी बताते हुए धमकाना शुरू कर दिया. धमकी देते हुए कहा कि हम खुद तो मरेगें ही, लेकिन पहले तुम्हारी हत्या कर देंगे. इस बारे में एस पी सिटी कपिल देव सिंह ने बताया कि खनन अधिकारी की तहरीर पर फोन नंबर को ट्रेस करने के लिए सर्विलांस टीम को लगा दिया गया है. जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी कर ली जाएगी.


अवैध खनन पर लगाम से परेशान माफिया
खनन अधिकारी सुभाष सिंह ने बताया कि लगातार हम खनन माफियाओं पर कार्रवाई कर रहे है. जिस कारण अवैध ओवर लोडिंग में लिप्त माफिया परेशान है. जिस कारण किसी ऐसे ही माफिया ने अपना अवैध कार्य बंद होने से परेशान होकर ऐसा किया है. लेकिन मैं ऐसी किसी धमकी से नहीं डरता. 


बता दें कि मध्यप्रदेश के भिंड जिले की सिंध नदी से निकलकर यूपी के इटावा से होकर गुजरने वाले अवैध ओवरलोड परिवहन का खेल सालों से चला आ रहा है जिस पर लगाम लगाना प्रशासन के लिए बड़ी टेढ़ी खीर बना हुआ है. क्योंकि ओवरलोड के नाम पर खनन माफियाओं के द्वारा भारी मोटी रकम इटावा मैं बांटी जाती है. खनन माफियाओं के सूत्रों की माने तो एक ओवरलोड ट्रक को इटावा से निकलने में 20 हज़ार रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं जिसके चलते ओवरलोड परिवहन पर लगाम लगाना मुश्किल हो जाता है.


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