UP Politics: स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के महासचिव पद से त्यागपत्र और सपा विधायक पल्लवी पटेल (Pallavi Patel) के राज्यसभा प्रत्याशियों की नाराजगी पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि राजनीति में कभी ऐसा समय भी आता है. उस समय को हम देख रहे हैं. आदमी को खुद को धोखा नहीं देना चाहिए. बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव शादी समारोह में इटावा के सैफई पहुंचे थे. राम गोपाल यादव ने भी शादी में शिरकत की. मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने एमएसपी के मुद्दे पर केंद्र की बीजेपी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि पहले भी कई किसान संगठन एमएसपी की मांग कर चुके हैं. एमएसपी पर केंद्र सरकार कानून बनाए. सरकार ने तीन काले कानून बनाए थे.
बीजेपी सरकार पर बरसे अखिलेश यादव
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन में 800 से ज्यादा किसानों की मौत हो चुकी थी. चुनाव आने पर सरकार ने तीनों कानूनों को वापस ले लिया. अखिलेश यादव ने कहा कि एमएसपी का कानूनी अधिकार किसानों को मिलना चाहिए. हरित क्रांति के जनक कृषि वैज्ञानिक स्वामीनाथन और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देकर सरकार किसानों को भूल जा रही है. उन्होंने बीजेपी सरकार की नीयत पर सवाल उठाए.
'किसानों की आवाज को दबाया जा रहा है'
अखिलेश यादव ने कहा कि देश का किसान सरकार के खिलाफ खड़ा है. आंदोलन को कुचलने के लिए हर हथकंडे अपनाए जा रहे हैं. किसानों की आवाज दबाई जा रही है. आखिर सरकार को प्रदर्शनकारी किसानों की मांग मानने में क्या आपत्ति है. सपा प्रमुख ने कहा कि जिस दिन किसान मजबूत दिखाई देगा, उस दिन देश भी मजबूत होगा. सपा नेताओं के बयानों से नाराज होकर मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया था. सपा विधायक पल्लवी पटेल भी राज्यसभा प्रत्याशियों के चयन से नाराज चल रही हैं.