उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के इटावा (Etawah) में अवैध रूप से बसाई जा रही या फिर बनकर पूरी तरह विकसित हो चुकी अवैध आवासीय कालोनियों पर प्रशासन की टेढ़ी नजर पड़ गयी है. योगी सरकार का बुलडोजर अब इन कॉलोनियों पर चलाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. शहरी क्षेत्र में 50 से ज्यादा कॉलोनियां बिना नक्शे मानक के बसाई गई हैं. सिर्फ 4 कॉलोनियों के मानक पूरे हैं जिन्हें प्रशासन वैध करार दे रहा है बाकी कॉलोनी पूरी तरह से अवैध रूप से बसाई गयी है. ऐसी सभी कॉलोनियों का चिन्हीकरण किया जा रहा है. दर्जनभर कॉलोनियों को नोटिस भेजे गए हैं.


अवर अभियंता ने क्या कहा
इतने बड़े शहरी क्षेत्र में महज 4 कॉलोनी ही वैध रूप से बसाई गयी है बाकी 50 से अधिक कॉलोनी मनमानी ढंग से बसाई गयी है. इस बारे में विनिमियत क्षेत्र के अवर अभियंता ओमकार नाथ का कहना है कि, शहर क्षेत्र में ऐसी 50 से अधिक अवैध कॉलोनियों का विभाग की ओर से मुआयना कर लिया गया है और उन कॉलोनियों पर सड़क और गेट पर बुलडोजर चलाने की तैयारी में विभाग जुटा है. एक सप्ताह के अंदर प्लाटिंग करने वाली कॉलोनियों में बनाई गई सड़क और उसके अंदर बने कार्यालय, गेट पर अब प्रशासन बुलडोजर चलाने जा रहा है.


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बिना नक्शा विकसित-अभियंता
अवर अभियंता ओम प्रकाश ने बताया कि, इनके नक्शे स्वीकृत नहीं कराए गए हैं. भूमि इस्तेमाल भी नहीं बदलवाया गया है. साल 2018 में अवैध घोषित की गई आवासीय कॉलोनियों में भी प्लाट बेचे गए हैं. आरबीओ एक्ट 1958 की धारा 6 के अनुसार बिना नक्शा पास विकसित कॉलोनियों को अवैध घोषित किया गया हैं. इनके मालिकों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं. यह भी जांच कराई जाएगी कि अवैध घोषित होने के बाद वहां कितने प्लाटों की रजिस्ट्री की गई.शासन के आदेश के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. ये कालोनियां अवैध घोषित हैं.


बनाने के लिए क्या करना होता है
अवर अभियंता ने बताया कि कॉलोनी का नक्शा पास कराने के लिए महायोजना 2001 लागू है. कॉलोनी बनाने के लिए लेआउट जमा कार्यालय में जमा करना होता है. कॉलोनी में नाली, गली, बिजली, पार्क आदि की जानकारी लेआउट में होना जरूरी है. लैंड यूज चेंज कराना होता है. कॉलोनी में कुल भूमि का 10 प्रतिशत भाग पार्क के लिए छोड़ना होता है, 30 फीट सड़क, जल निकासी के लिए नालियों की व्यवस्था, विद्युतीकरण जैसी मुख्य चीजें लेआउट में दर्शायी जानी होती हैं.


कौन सी कॉलोनियां हैं वैध 
शहर की फ्रेंड्स कॉलोनी, मुकुंद नगर, शिवा कॉलोनी वैध रूप से बसाई गयी हैं बाकी 12 कॉलोनी ऐसी है जो पुरानी हो गई है जिनका शुल्क जमा किया जा चुका है. इनको अर्ध स्वीकृत श्रेणी में रखा गया है. बाकी सभी कॉलोनी अवैध रूप से बसाई जा रही है. अधिकतर अवैध रूप से बसाई गई कॉलोनियां आईटीआई चौराहे से भरथना चौराहे की तरफ, भरथना चौराहे से भरथना रोड पर, ग्वालियर रोड पर बनाई गई हैं.


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