Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के इटावा (Etawah) में सर्राफा व्यवसायी अमित सोनी की सूझ बूझ से यूपी पुलिस (UP Police) का दरोगा बनकर आया व्यक्ति पकड़ लिया गया. सोने की चेन खरीदकर उसे वापस करने पर ठग पकड़ में आया. सर्राफा व्यवसायी ने वर्दी पहने ठग को कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया. पुलिस ने ठग के पास से वर्दी, नकली चेन, बाइक, तमंचा, कारतूस और फर्जी आईडी कार्ड बरामद कर उसे जेल भेज दिया है. उसने थाना कोतवाली इलाके के सिंधी मार्केट में सर्राफा की दुकान से चेन खरीदी थी. इस ठग दरोगा पर पहले भी ठगी और हत्या के प्रयास में मुकदमा दर्ज हो चुका है. दरोगा ठगी करते समय अपने एक साथी के साथ सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया. 


कैसे पकड़ में आया फर्जी दरोगा
जानकारी के मुताबिक सर्राफा व्यवसायी अमित सोनी के यहां बीते मंगलवार 16 अगस्त की देर शाम को ठग विपिन यादव दारोगा की वर्दी पहनकर अपने एक साथी के साथ ओम ज्वेलर्स नाम की दुकान पर पहुंचा. उसने अपने आप को थाना फ्रेंड्स कॉलोनी में तैनात होने की बात बताई. वह दुकानदार से दस तोले की सोने की चेन खरीदकर ले गया और अगले दिन फिर से चेन को नकली बताकर वापस करने की बात कही. दुकानदार को पहले से ही उसपर शक था इसलिए उसने अस्तल चौकी पुलिस को पहले से इस बात की सूचना दे रखी थी. फर्जी दरोगा जैसे ही चेन वापस करने आया उसको दुकानदार ने पकड़कर बैठा लिया और थाना कोतवाली पुलिस के सपुर्द कर दिया.


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इस वजह से हो गया था शक
सर्राफा व्यवसायी अमित सोनी ने बताया कि, यह फर्जी दरोगा चेन ले गया था और 5 हजार रुपए उधार कर गया था. इसने बताया कि हमारे साथ आये हुए व्यक्ति ट्रांस्पोर्टर हैं और यह चेन गिफ्ट कर रहे हैं. ठग ने दस तोले की चेन खरीद ली और मुझे बताया कि इस चेन को वापस करना है. कल आकार वापस कर देंगे. इसी बात को लेकर मुझे शक हुआ और पुलिस के लोगों से इस नाम के व्यक्ति की जब जानकारी ली तो विपिन यादव नाम का कोई भी दरोगा फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में तैनात नहीं था. इसके बाद मैं समझ गया कि यह कोई फ्रॉड करने वाला है. दूसरे दिन यह चेन वापस करने आया और इसने मुझे नकली चेन पकड़ा दी. मैंने अपने भाई और पुलिस को फोन कर दिया जिसके बाद इसको पुलिस ने पकड़ जेल भेज दिया.


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