Uttar Pradesh News: इटावा (Etawah) रामकथा में पहुंचे यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा (Deputy CM Dinesh Sharma) ने अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) द्वारा चाचा शिवपाल (Shivpal Yadav) के लिए सदन में आगे देने को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा कि "अगर अखिलेश यादव ने चाचा को विधानसभा की जगह घर में कुर्सी दी होती तो आज यह नौबत न आती, वैसे विधानसभा अध्यक्ष बहुत परिपक्व हैं और वे बेहतर निर्णय लेंगे."
ज्ञानवापी पर क्या कहा
वहीं ज्ञानवापी (Gyanvapi Verdict) को लेकर दिनेश शर्मा ने कहा कि, हमारे यहां की न्याय व्यवस्था स्वतंत्र और निष्पक्ष है. दुश्मन देश पाकिस्तान भी हमारी न्याय व्यवस्था की प्रशंसा करता है इसलिए सभी को कोर्ट के निर्णय को मानना चाहिए और सभी की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करना चाहिए. न्यायालय जब निर्णय देता है तो एक की जीत और एक की हार होती है. बेहतर यह है कि सब मिल बैठकर बात करें. जब सामूहिक सहमति बनती है तो सभी की विजय होती है. बेहतर यह है कि सब मिलें और मिलकर एक नई शुरुआत करें.
मदरसों पर क्या कहा
मदरसों की जांच को लेकर दिनेश शर्मा ने कहा कि, हम चाहते हैं कि मदरसों के बच्चों के एक हाथ में पवित्र कुरान हो और दूसरे हाथ में कंप्यूटर. इसमें सरकार क्या गलत कर रही है उलेमाओं को तो सरकार का धन्यवाद देना चाहिए और योगी बाबा के गले में माला डाली चाहिए कि उन्होंने पहली बार अल्पसंख्यक बच्चों के लिए सोचा है. चुनाव से पहले कुछ लोगों को सपने आने लगते हैं लेकिन जब नतीजे आते हैं तब उनके सपने जनता चकनाचूर कर देती है.
मदरसों के सर्वे पर दिनेश शर्मा ने कहा कि मदरसों के जीर्णोद्धार की एक परिकल्पना है. पीएम मोदी और सीएम योगी का सपना है कि अच्छी से अच्छी शिक्षा बच्चों को मिले. अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चे भी पढ़ लिखकर डॉक्टर, इंजीनियर और आईएएस बनें. आज उनको एक ही प्रकार की शिक्षा दी जाती है. सरकार ने मजहबी शिक्षा पर रोक नहीं लगाई है. आधुनिक शिक्षा का समावेश भी उनकी शिक्षा में किया है और यह बड़ी बात है. उत्तर प्रदेश में 16513 मदरसे चल रहे हैं, 558 मदरसों को अनुदान मिलता है, 7442 मदरसा आधुनिकीकरण योजना के अंतर्गत हैं जिनमें सरकार के पैसे 12000 मानदेय पर शिक्षकों को रखा गया है.
शिवपाल पर क्या कहा
अखिलेश यादव के सवाल पर दिनेश शर्मा ने कहा कि, ऐसे लोग हैं जब जब चुनाव आते हैं तो सपने आने लगते हैं. बड़े मंत्रिमंडल गठन का और केंद्र में सरकार बनाने के सपने आते हैं. जब चुनाव होता है तो जनता सपने चकनाचूर कर देती है. शिवपाल के सवाल पर उन्होंने कहा कि बीजेपी में हर उस व्यक्ति का स्वागत है जो भारतीय जनता पार्टी की रीति-नीति और सिद्धांत पर विश्वास करता है, उन सब के लिए दरवाजे खुले हैं.