हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर हर साल ताजनगरी पहुंचता है ये प्रवासी पक्षी, जमीन पर बनाता है आशियाना
2300 किलोमीटर की दूरी तय करके प्रवासी पक्षियों में शुमार पाइड एवोसेट हर साल ताजनगरी पहुंचता है. कीठम झील और जोधपुर झाल की वादियां इसे खूब भाती हैं.
आगरा: ताजनगी आगरा-दिल्ली हाईवे पर स्थिति रामसर साइट कीठम झील प्रवासी पक्षियों का ठिकाना बनी हुई है. यहां 2300 किलोमीटर की दूरी तय करके प्रवासी पक्षियों में शुमार पाइड एवोसेट और हिमालय पार करके आई बार हेडेड गूज की गूंज सुनाई दे रही है. ताजनगरी की आबो हवा मेहमान प्रवासी पक्षियों को खूब भा रही है. पक्षियों को कीठम झील और जोधपुर झाल की वादियां इस कदर भाई हैं कि वो हर साल यहां हजारों किलोमीटर का सफर तय कर पहुंचते हैं.
हर आता है ये पक्षी अंतरराष्ट्रीय संस्था वेटलैंड इंटरनेशनल की वार्षिक एशियन वाटरबर्ड सेंसक्स की गणना में ये साफ हुआ है कि पाइड एवोसेट कीठम स्थित सूर सरोवर पक्षी विहार की झील और जोधपुर झाल में हर वर्ष पहुंचता है.
250 मीटर की ऊंचाई पर उड़ता है बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलमेंट सोसायटी के अध्यक्ष डॉ केपी सिंह ने बताया कि पाइड एवोसेट पक्षी नॉर्थ एशिया से चलता है. कई राज्यों में रुक कर ये ताजनगरी तक पहुंचता है. इसको कम पानी वाले जलाशय पसंद हैं. जिससे ये केंचुए और छोटे कीटों को अपनी खुराक बनाता है. उन्होंने बताया कि पाइड एवोसेट पेड़ों पर नेस्टिंग न करके जमीन पर आशियाना बनाता है. ये भारत के अलावा पाकिस्तान, बांग्लादेश में पाया जाता है. ये पक्षी तीन से चार अंडा देता है और केवल 250 मीटर की ऊंचाई पर उड़ता है.
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