UP News: यूपी में हर साल खर्च हो रहा 500 करोड़ लीटर पेट्रोल-डीजल, बीते तीन सालों का खर्च हैरान कर देगा
Petrol Diesel UP: उत्तर प्रदेश में हर साल 500 करोड़ लीटर से अधिक पेट्रोल खर्च कर दिया जाता है. वहीं पिछले तीन साल की बात करें तो यह साल दर साल बढ़ रही है.
Petrol Diesel Use in UP: उत्तर प्रदेश में हर साल पेट्रोल-डीजल खर्च बढ़ते जा रहा है. यूपी की जनता महंगाई से बेफिक्र है. देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में हर साल 500 करोड़ लीटर से अधिक पेट्रोल खर्च कर दिया जाता है. वहीं पिछले तीन साल की बात करें तो यह साल दर साल बढ़ रही है. कोरोना के दौरान लॉकडाउन के वक्त को छोड़ दिया जाए तो तीन सालों में खपत बढ़ी है. प्रदेश की जनता ने पिछले तीन साल में पेट्रोल पर 90224.38 करोड़ रुपये खर्च डाले हैं. वहीं बात डीजल की करें तो डीजल पर दो लाख 15 हजार 870 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. पेट्रोल डीजल पर हुए इस खर्च में सराकरी वाहनों में खर्च हुआ पेट्रोल-डीजल भी शामिल है.
सबसे अधिक राजस्व देने वाला राज्य कर विभाग
उत्तर प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर सबसे अधिक राजस्व देने वाला राज्य कर विभाग है. अकेले इस विभाग का योगदान 60.12 फीसदी है. राज्य कर विभाग 98107.04 करोड़ रुपये राजस्व दे रहा है. इनमें वैट की हिस्सेदारी हर वर्ष 27033 करोड़ रुपये होती है. आपको बता दें कि वैट का सबसे बड़ा हिस्सा पेट्रोल औऱ डीजल खर्च से आता है. प्रदेश में वहीं पंजीकृत वाहनों की संख्या को देखे तो यहां 4.06 करोड़ वाहन पंजीकृत हैं. वहीं प्रदेश में नए वाहनों की संख्या भी लगातार बढ़ते जा रही है. यूपी में कोरोना काल को छोड़ दिया जाए तो यहां हर साल इसकी संख्या में इजाफा हो रहा है. इसके ही आधार पर पेट्रोल डीजल का खपत भी बढ़ रहा है. राज्य सरकार विभाग के एक अधिकारी के अनुसार पेट्रोल और डीजल पर अन्य राज्यों से यूपी में वैट कम होने के बावजूद राजस्व में इसकी अच्छी खासी हिस्सेदारी है.
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