अलीगढ़: उत्तर प्रदेश में असदउद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) अपनी पार्टी को खड़ा करने के लिए जगह-जगह घूम रहे हैं और मुसलमानों की वोट हासिल करने के लिए तरह-तरह के तर्क दे रहे हैं, लेकिन अब वहीं ओवैसी को उन्हीं की पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नाजिम अली (Nazim Ali) ने आड़े हाथों लिया है. नाजिम ने कहा कि, देश में राम और सीता को गाली देकर आप कभी मुसलमानों का वोट (Vote) हासिल नहीं कर सकते.
भाजपा पर साधा निशाना
एआईएमआईएम ओवेसी यूथ ब्रिगेड के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नाजिम अली ने प्रेस क्लब पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि, उत्तर प्रदेश में जल्द चुनाव होने वाले हैं. भाजपा कुछ अपने लोगों को लगाकर चुनाव बनाने की तैयारी में है, और हालात बहुत संवेदनशील है उत्तर प्रदेश के. एक देश की दूसरी बड़ी आबादी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है. उसका फैसला जो होगा, वह तय करेगा उसके भविष्य को कि वह जिएंगे मरेंगे या देश से निकाले जाएंगे.
ओवैसी को लिया आड़े हाथों
इस बीच मैं आपको बता देना चाहता हूं कि, हैदराबाद से बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी जिस तरह से दावा कर रहे हैं कि हम मुसलमानों के नेता हैं. हम मुसलमानों के बीच में काम करते हैं, मुसलमानों को ताकत देने आए हैं. इत्तिहाद कायम करने आये हैं. असल में झूठ बोल रहे हैं. वो इत्तिहाद कायम करने नहीं आए हैं. अगर उनका काम इत्तिहाद करने का होता तो सबसे पहले पीस पार्टी, राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल ,परचम पार्टी ऑफ इंडिया से मिलने की कोशिश करते. क्योंकि यह लोग काफी समय से इन्हीं मुद्दों पर काम कर रहे हैं, जिस पर ओवैसी साहब आज बोल रहे हैं.
राम-सीता को गाली देने से वोट हासिल नहीं कर सकते
उन्होंने उन मुद्दों को जमीनी स्तर पर उठाया है. जहां ओवैसी साहब मंचों पर मामलों को उठा रहे हैं, तो ओवैसी साहब का मकसद अगर इत्तिहाद होता तो वह उनसे मुलाकात करते. उनका मकसद इत्तिहाद नहीं है. उनका इत्तिहाद किससे हो रहा है, भाजपा के साथ जो राजभर पहले भाजपा के साथ सरकार बनवाए उनसे इनका इत्तिहाद हो रहा है. क्या गारंटी है कि, वह फिर से गद्दारी नहीं करेंगे. क्या गारंटी है कि, वह भाजपा की तरफ से बैटिंग नहीं करेंगे. क्या गारंटी है कि आप उनके साथ जा रहे हैं. वह अवाम को सुरक्षित कर लेंगे. आज तो मतलब यह है कि, आज देश के अंदर हर वर्ग परेशान है. ओवैसी साहब को मैं एक बात कहना चाहता हूं कि, ओवैसी साहब भारत में राम और सीता को गाली देने के बाद कोई मुसलमानों का वोट हासिल नहीं कर सकता.
मुसलमान कभी वोट नहीं करेगा. ओवैसी साहब के भाई और उनके आंगन से यह बात उठी है. राम और सीता को गाली देने के बाद आप उत्तर प्रदेश से या भारत से कहीं भी आप मुसलमानों का वोट हासिल कर लेंगे, नहीं कर पाएंगे. जनाब अतीक अहमद को साथ लीजिए या किसी और को साथ ले आइए कोई भी मुसलमान इनकी बातों में नहीं आएगा और इन को वोट नहीं करेगा. मैं उनके साथ था लेकिन अब आप देख रहे हैं.
राम को बताया इमाम ए हिंद
उनका दावा था कि मुसलमानों के साथ खड़े होंगे, उनको ताकत देंगे उनके इशू पर लड़ेंगे. आप अपने कैडर के साथ नहीं होते हैं, और जब भी कोई कैडर पर मुकदमा लगाया जाता है तो ओवैसी साहब की कोई आवाज नहीं उठती. मेरठ के अंदर एक पार्षद की हत्या कर दी जाती है और कोई आवाज नहीं होती. कोई धरना पार्टी ने दिया हो. ओवैसी साहब को सोचना होगा. मंच पर तकरीर में हमारा दर्द बयां कर के हमारा वोट हासिल नहीं कर सकते. राम और सीता को गाली देने के बाद आप यह उम्मीद मत करिए कि, भारतीय मुसलमान आपको वोट करेगा. मैं और एक बात कहना चाहता हूं कि, हिंदू भाई निकल कर आए. जो राम जी की छवि को बदनाम किया जा रहा है उनके नाम ले लेकर हत्या हो रही है. मॉब लिंचिंग हो रही है, आए छवि को बचाएं. यह लोग छवि की खराब कर रहे हैं. हम लोग आपका सहयोग करेंगे. हमारा विचार यह है कि राम के लिए "है राम के वजूद पर हिन्दुस्तां को नाज, अहले नजर समझते हैं उनको इमाम ए हिंद".
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